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आज विशेष है
अंक क्रमांंक चौदह सौ
इन पंक्तियों के लिखे जाते तक
कुल पृष्ठ दृश्य 493 268
कुल फॉलोव्हर 214
ब्लॉगसेतु रेंकिंग में नम्बर 01
ये आँकड़े हासिल हुए हैं...
आपके सहयोग और प्रेम की सदैव कामना
है।
हमारी टीम आप सभी पाठकों का
हृदयतल से आभारी है।
अपना बहुमूल्य साथ बनाये रखें।
★
खेती जो हम जमीं से आसमां तक करते हैं
उपज में बहुमूल्य रत्न जग को रौशन करते हैं
एक दिन सूरज के बाजू में बैठे जगमगायेगे
नगीने जो आसमां में सितारे बन दमकते हैं
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मन का अवरोही विज्ञान
एक प्रेमगीत-सात रंग का छाता बनकर
अन्तर्राष्ट्रीय परिवार दिवस पर विशेष
दादा- दादी,नाना- माना को,
★★★★★
नहीं भूलती वो माँ
इसी बीच माँ नाजाने क्यों मेरा हाथ पकड़ कर मुझे अंदर अपने
कमरे में ले गई |उनका कमरा सुरुचिपूर्ण ढंग से सजा था|साफ- सुथरे बिस्तर के अलावा दवाई और पानी के साथ माँ की जरूरत
की हर चीज वहां मौजूद थी | इस कमरे में भी उनके दिवंगत
बेटे की एक और मुस्कुराती हुई तस्वीर मेज पर उनके
बिस्तर के बिलकुल सामने रखी थी |वह अचानक ना जाने
किस रौ में तस्वीर में अपने दिवंगत बेटे के चेहरे को सहलाती हुई।
★★★★★★
आज का यह अंक आपको कैसा लगा?
कृपया अपनी बहुमूल्य
प्रतिक्रिया अवश्य
प्रेषित करें।
हमक़दम के विषय के लिए
यहाँ देखिये
कृपया कल का अंक पढ़ना न भूले
कल आ रही हैं विभा दी
अपनी विशेष प्रस्तुति के साथ।
★★★
#श्वेता सिन्हा
आज का अंक स्पर्श कर गया संख्या 1400 को..
जवाब देंहटाएंढेरों शुभकामनाएँ...और आज की प्रस्तुति भी बड़ी प्यारी है..साधुवाद...
शुभ प्रभात..
Waah bahut hi behtareen links or sarahneey prastuti
जवाब देंहटाएंब्लॉगसेतु रेंकिंग में नम्बर एक और अंक1400...हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं💐💐 बहुत सुंदर प्रस्तुति ।
जवाब देंहटाएंहमकदम को हार्दिक शुभकामनाएं 🙏
जवाब देंहटाएंयह यात्रा अनवरत उन्नति के सोपान चढ़ें।
हम सब भाग्यशाली हैं कि हम इसके सदस्य
हैं।आज का अंक हमेशा की तरह उत्तम है।सभी रचनाकारों को हार्दिक बधाई।
1400 वाँ अंक की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंहमकदम में मेरी रचना परिवार की परिभाषा को स्थान देने के लिए धन्यबाद।प्रस्तुति अति सुंदर है।सभी रचनाकारों की रचनाएँ काफी प्रभावशाली एवं सराहनीय हैं।बधाई।
जवाब देंहटाएं1400 पर पहुँचने की बधाई और आगे बढ़ते रहने की शुभकामनाएं।
जवाब देंहटाएंहम खुद से भी खुद का पीठ थपथपा लें
जवाब देंहटाएंसंग्रहनीय प्रस्तुतीकरण
सुप्रभात और सस्नेह प्रणाम सभी को। 1400का उत्साहवर्धक आँकडा और पढ़ने वालों की बढती संख्या पांच लिंको की लोकप्रियता प्रतीक है। रचनाकारों के लेखन को एक विशाल पाठक वृंद तक पहुंचाने मे इस मंच का अतुलनीय योग दान है। सभी चर्चकार बधाई और सराहना के पात्र है। सभी को आभार। आज के अंक में अपनी रचना को पाकर मन को अपार खुशी हुई। स स्नेह आभार प्रिय श्वेता। सभी रचनाकारों को हार्दिक शुभकामनाएं।
जवाब देंहटाएंबेहतरीन रचनाओं से सजी सुंदर प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंप्रभावशाली एवं सराहनीय सभी रचनाकारों को शुभकामनाएं !!
जवाब देंहटाएंब्लॉग सेतु रेंकिंग में अग्रिम बढ़ती बनी रहे शुभकामनाएं और बधाई हमे भी इस ब्लॉग का हिस्सा होने पर गर्व है
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी भुमिका के साथ सुंदर लिंकों का चयन। शानदार प्रस्तुति।
रेणु बहन की प्रस्तुति ने एक विशेष छाप छोड़ी है।
सभी रचनाकारों को हार्दिक बधाई।
ब्लॉगसेतु रेंकिंग में नम्बर एक और अंक1400 की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं,सभी रचनाकारों को हार्दिक बधाई ,वो आज के विशेष अंक के सहभागी बने ,इस लिंक से जुड़ना सौभाग्य हैं ,आगे भी ये कारवा यूँ ही चलता रहे यही कामना हैं। सब को सादर नमन
जवाब देंहटाएंश्वेता बहन, आभार एवं 1400 वाँ अंक प्रस्तुत करने हेतु बधाई । पारवारिक कारणों से मुझे पुनः ब्लॉग पर सक्रिय होने में वक्त लग रहा है, आशा है कि आप सभी का सहयोग मिलता रहेगा । इस चर्चा में सम्मलित सभी रचनाकारों को बधाई एवं हार्दिक शुभकामनाएँ।
जवाब देंहटाएंप्रिय श्वेता, आभारी तो हम लोग आपके और हलचल की पूरी टीम के हैं। अपने घर परिवार की जिम्मेदारियों को सँभालते हुए आप लोग साहित्य और हिंदी भाषा की जो सेवा कर रहे हैं, अपना कीमती समय देकर हमारी रचनाओं को वृहद पाठकवर्ग तक पहुँचा रहे हैं। वह काबिले तारीफ तो है ही। इस लगन और समर्पण को मेरा सलाम। 1400 वाँ अंक प्रस्तुत हुआ और ब्लॉग सेतु में भी पहले स्थान पर रहे, इन दोनों बातों के लिए बहुत बहुत बधाई। आज का अंक, प्रस्तुति, शामिल रचनाएँ सभी बेहतरीन। मेरी रचना को संकलित करने हेतु सादर आभार।
जवाब देंहटाएंकुल पृष्ठ दृश्य 493 268 , कुल फॉलोव्हर 214 , ब्लॉगसेतु रेंकिंग में नम्बर 01 और अंक 1400वाँ ....इन आँकड़ो के लिए हार्दिक बधाई और इसमें मेरी रचना को स्थान मिलना मेरे मन को एक आत्मसंतोष मिल रहा.... मन से साभार आपसबों का .....☺
जवाब देंहटाएंआदरणीया स्वेता जी देर से आभार व्यक्त करने के लिए माफ़ी चाहता हूँ |आजकल मोबाईल से कमेंट्स नहीं हो पा रहा आज घर आकर लैपटॉप से आपका आभार व्यक्त कर रहा हूँ |सादर अभिवादन
जवाब देंहटाएंयह देखकर खुशी हुई कि ब्लॉग लेखन की परम्परा को आप सबने आज भी कायम रखा है । दिन भर में विभिन्न ब्लॉगों में लिखी गई रचनाओं को पढ़कर उनका लिंक देना भी वाकई ब्लॉगिंग की दुनिया को आपके द्वारा दी जा रही मूल्यवान सेवा है । इस बार भी कई सराहनीय आपने दिए हैं । हार्दिक आभार ।
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