यही है आने वाले सप्ताह का विषय
अब चलिए चलते हैं नियमित रचनाओं की ओर....
एक रचना की पुनरावृत्ति भी हुई है
आज्ञा दें और सुने ये गीत
यशोदा
दिन भर ब्लॉगों पर लिखी पढ़ी जा रही 5 श्रेष्ठ रचनाओं का संगम[5 लिंकों का आनंद] ब्लॉग पर आप का ह्रदयतल से स्वागत एवं अभिनन्दन...
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जवाब देंहटाएंसुप्रभात,
हटाएंयशोदा जी बहुत सुंदर संकलन।सभी रचनाये बहुत ग़ज़ब की हैं।इस सप्ताह का हमकदम का विषय भी रोचक हैं प्रयास करूंगा कि शामिल हो पाऊँ,
आभार
वाआआह...
जवाब देंहटाएंबेहतरीन प्रस्तुति....
सादर....
सुन्दर प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंनवरात्र की शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंसुंदर संकलन
सुंदर प्रस्तुति ...
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर प्रस्तुति यशोदा जी । आभार इतनी
जवाब देंहटाएंउम्दा रचनाओं का रसपान कराने के लिए 🙏
सभी चयनित रचनाकारों को बधाई, मेरी रचना को सम्मिलित करने के लिए धन्यवाद ।
यशोदा जी, दिलचस्प संयोग है कि इस संकलन में दो कविताओं में कविता को लेकर ही बात की गई है. "कविता तो वो है " का मंथन उपजा आदरणीय बालस्वरूप राहीजी, दीक्षित दिनकौरी जी, रामावतार बैरवाजी और अन्य वक्ताओं को सुन कर. नवांकुर/शब्दंकुर प्रकाशन के कविता संकलन "काव्यन्कुर ६" के विमोचन का अवसर था और बात ये निकली थी कि कविता किसे कहें या अच्छी कविता का मापदंड क्या है.
जवाब देंहटाएंअद्भुत संयोग कि कविताकोश के अक्टूबर वाले पन्ने पर निराला जी की कविता भी नव स्वर देने की ही बात कर रही थी !
आभार यशोदाजी का. आभार नवांकुर प्रकाशन और कविताकोश का.
ट्रू मीडिया के क्लिप्स यहीं शेयर कर दूँ तो आप सब पढ़ पाएंगे और बात आगे बढ़ेगी.
आख़िर बात निकलेगी तो दूर तलक जाएगी ..
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जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंसुंदर प्रस्तुति सभी रचनाकारों को बहुत बहुत बधाई
जवाब देंहटाएंजो सुनना चाहें,वो यू ट्यूब पर ट्रू मीडिया के नवांकुर links में इन वरिष्ठ कवियों की बात सुन सकते हैं.
जवाब देंहटाएंशुभ प्रभात आदरणीय
जवाब देंहटाएंबेहतरीन प्रस्तुति....
सुंदर प्रस्तुति मेरी रचना को हलचल का एक कोना देने हेतु हृदयतल की गहराई से आभार
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर प्रस्तुति सखी, शानदार संकलन सभी रचनाकारों को बधाई सभी रचनाऐं बहुत मनभावन।
जवाब देंहटाएंसुंदर गीत के साथ अद्भुत प्रस्तुतियों से सजा अंक बहुत ही शानदार है आदरणीय यशोदा दीदी | कविता पर चिंतन से भरी नुपुरम जी और रश्मि जी की रचनाएँ विशेष उल्लेखनीय हैं | सभी रचनाकारों को सस्नेह बधाई और शुभकामनायें | आपको सादर आभार और बधाई अत्यंत श्रम से जुटाए लिंकों के लिए | गीत के लिए पुनः आभार | ये गीत एक अरसे बाद सुना आपके सौजन्य से | सादर --
जवाब देंहटाएंबेहतरीन प्रस्तुतिकरण एवं उम्दा लिंक संकलन...
जवाब देंहटाएंअति उत्तम प्रस्तुति. हमारा पोस्ट शामिल करने हेतु दिल से आभार.
जवाब देंहटाएंअतिसुन्दर संकलन
जवाब देंहटाएंबहुत ही बढ़िया चयन एवम प्रस्तुति
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