आज कन्यापूजन के साथ शारदीय नवरात्र उत्सव सम्पन्न हो रहा है। भारतीय संस्कृति में व्रत-त्यौहारों का समावेश हमें धार्मिकता के
परिवेश में मानवीय मूल्यों की सार्थकता का दर्शन कराता है।
सामाजिक सद्भाव का उत्सव माँ शक्ति की आराधना और
कन्यापूजन के साथ आने वाले मौसम की तैयारी में ख़ुद को सक्षम
बनाने की सुखद परम्परा है।
9 नन्हीं बालिकाऐं (माता शक्ति के नौ रूप ) और 2 नन्हे बालक (बजरंगबली और भैरव जी के रूप) कन्यापूजन की शोभा बनते हैं। मान्यता है
कि इस दिन माता शक्ति इन नन्हीं बालिकाओं के ज़रिये अपना प्रतिनिधित्व करती हैं। श्रद्धालु अगाध निष्ठा के साथ कन्यापूजन
को धार्मिक विधि-विधान से पूर्ण करते हैं और कन्याओं से
आशीर्वाद लेते हैं।
आइये अब आपको आज की पसंदीदा रचनाओं की ओर ले चलते हैं-
मेरे जीवन का श्रृंगार हो तुम,
चलते-चलते ग्राफ़िक पर ध्यान मत लगाइये "उलूक" का गणित बहुत सरल है ज़िन्दगी की पेचीदगियों को हल करने के लिये....समझ आये तो कॉमेंट ( जी हाँ कमेंट नहीं ) भी लिखकर ब्लॉगर साहब का हौसला बढ़ाइये -
फिर मिलेंगे अगले गुरूवार।
शुक्रवारीय प्रस्तुति - आदरणीया श्वेता सिन्हा जी।
रवीन्द्र सिंह यादव
शुभ प्रभात
जवाब देंहटाएंबढ़िया प्रस्तुति
विजया दशमी की शुभकामनाएँ
सादर
बहुत सुंदर संकलन
जवाब देंहटाएंशुभ प्रभात आदरणीय
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर हलचल प्रस्तुति,सभी रचनाये बेह्तरीन
मेरी रचना को स्थान देने हेतु सह्रदय आभार
सादर
बहुत सुन्दर गुरुवारीय हलचल। अभार रवींद्र जी 'उलूक' के गणित को स्थान देने के लिये।
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर संकलन सभी चयनित रचनाकारों को बधाई मेरी रचना को स्थान देने के लिए आपका सादर आभार ।सभी गुणीजनों को विजया दशमी की
जवाब देंहटाएंहार्दिक शुभकामनाएं
सुंदर प्रस्तुति आपको सभी को दशहरे की हार्दिक शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी हलचल प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर भुमिका, नवरात्रा का महत्व बतलाती, बदलती ऋतु का सहज स्वागत के साथ सुंदर लिंको का चयन मेरी रचना को सामिल करने के लिए तहे दिल से शुक्रिया
जवाब देंहटाएंसभी रचनाकारों को बधाई ।
बेहतरीन प्रस्तुतिकरण शानदार लिंक संकलन...
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