सादर अभिवादन।
गुरुवारीय अंक
में
आपका
स्वागत
है।
आइए अब आपको आज की पसंदीदा रचनाओं की ओर ले चलें-
अंधविश्वास पच्चीसी - भाग 1... प्रोफ़ेसर गोपेश मोहन जैसवाल
अशिक्षित स्त्रियों में अंधविश्वास का बहुत अधिक प्रसार होता है.
जादू, काला जादू, गण्डे, ताबीज़, टोटका, नज़र लगना, जिन्न, भूत, चुड़ैल, मन्नत और न जाने किस-किस में ये विश्वास करती हैं.
स्त्री-समाज में तो अंधविश्वासों का बोलबाला कुछ ज़्यादा ही था.
अंधविश्वास के उन्मूलन के लिए स्त्री-शिक्षा का प्रसार अत्यन्त आवश्यक है.
अग्नि परीक्षा...आशा लता सक्सेना
सतयुग में सीता ने दी थी अग्निपरीक्षा
अपनी पवित्रता के प्रमाण के लिए
भूल हुई थी उनसे लक्ष्मण रेखा पार कर
यदि कहना माना होता इतने कष्ट न सहना होते
राम रावण युद्ध न होता |
एकदम मौन स्तब्ध अपने स्थान पर
रत्न की तरह जड़े से दिखाई देते हैं,
जब पास से आती पत्तों की
धीमी सी सरसराहट भी
अनायास ही बेचैन कर जाती है
मैं जान जाती हूँ
नींद तेरी आँखों से कोसों दूर है !
अनदेखी करना
भले ही …
किसी की नजरों में
सभ्यता का दायरा होगा
छलना को तो यह...
अपना कौशल ही लगता है
रिश्ते यहाँ अक़्सर...सुबोध सिन्हा
बनते हैं रिश्ते
ऐसे में या ..
होता है फिर
कुलीन-शालीन
व्यापार कोई ?
बसंत में पल्लवित पौधे को
बुहार अग्नि पुष्प खिलाए
नदियों को तितर-बितर कर
साज़िश से समंदर को सुखाया।
*****
आज बस यहीं तक
फिर मिलेंगे अगले गुरुवार।
रवीन्द्र सिंह यादव
शानदार..
जवाब देंहटाएंआभार..
सादर..
शानदार...। बधाई
जवाब देंहटाएंसुन्दर एवं रोचक अंक के लिए हार्दिक शुभकामनाएं..
जवाब देंहटाएंसराहनीय प्रस्तुति..
जवाब देंहटाएंबेहतरीन सूत्रों से सजी प्रस्तुति में मेरे सृजन को सम्मिलित करने हेतु सादर आभार।
जवाब देंहटाएंवाह वाह ! बहुत ही सुन्दर सार्थक सूत्रों से सुसज्जित आज की हलचल ! मेरी रचना को इसमें सम्मिलित होने के योग्य समझा आपने आपका हृदय से बहुत बहुत धन्यवाद एवं आभार रवीन्द्र जी ! एक लम्बे अरसे के बाद अपनी रचना को यहाँ पाकर अत्यंत उल्लसित हूँ ! सादर वन्दे !
जवाब देंहटाएंSarkariexam Says thank You Very Much For Best Content I Really Like Your Hard Work. Thanks
जवाब देंहटाएंamcallinone Says thank You Very Much
9curry Says Hindi Me Etni Acchi Blog Ke Liye Thanks
बहुत ही सुंदर सराहनीय संकलन।
जवाब देंहटाएंसादर
हम की भांति आज भी बेहद दिलचस्प लिंक्स ...साधुवाद आदरणीय 🙏
जवाब देंहटाएंबहुत खूबसूरत रचना प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंउम्दा प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंThanks for the post
जवाब देंहटाएंवाह!सुंदर प्रस्तुति अनुज रविन्द्र जी ।
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