"हम लोगों का भी भारत में ही ज्यादा मन लगता है, लेकिन देश की जो स्थिति है...,"
आग, पहिया, चूल्हा, चक्की......महेन्द्र वर्मा
आजकल एक शब्दयुगल बहुत प्रचलन में है- धार्मिक कट्टरता । धर्म जैसी अवधारणा के साथ कट्टर शब्द का कोई मेल नहीं है । आपने ‘कट्टर दुश्मन’ सुना होगा, क्या कभी ‘कट्टर मित्र’ सुना है ! कट्टर नकारात्मक अर्थ वाला शब्द है, मित्र के साथ उसका प्रयोग नहीं किया जा सकता । जो धर्म में भी नकारात्मकता खोज लेते हैं वे ही कट्टर धार्मिक कहे जा सकते हैं ।
अध्यात्म का अर्थ है आत्मा हमसे प्रकटे,
तो वह स्वयं प्रकाशित है
जैसे कोई खिड़की का पट उढ़का ले
तो सूरज का प्रकाश रुक जाता है.
प्रकाश के लिए सूरज बनाना तो नहीं है,
न ही कहीं से लाना है,आत्मा है,
हमने रोक हुआ है उसका मार्ग.
देह स्थूल है, मन भी स्थूल है,
देह प्रकृति है,
मन भी प्रकृति का अंग है,
जो पल-पल बदल रही है,
आत्मा सदा एक सी स्वयं में पूर्ण है,
छोटे छोटे डर ...अभिज्ञात
वर्तमान हूँ मैं
अवसान की दुर्भावनाएँ व्याप्त अकर्मण्डयता,
मृत्यु को प्राप्त मूल्य,क्षुद्रता ढोता अभिशाप मैं,
अमरता का मान गढ़ने पुरुष मर्त्य बना आज,
अनिमेष देखता अद्वैत लीन मैं, चिरध्यान में मैं,
विमुख-उन्मुख तल्लीनता उठता वर्तमान हूँ मैं।
रचनाकार हैं-
कविवर डॉ.शिवमंगल सिंह 'सुमन'
प्रेषण तिथिः 29 फरवरी 2020
प्रकाशन तिथिः 02 मार्च 2020
ब्लॉग संपर्क फार्म द्वारा।
बहुत सुंदर अंक , समसामयिक एवं विविध विषयों से संबंधित रचनाएँँ पटल पर हैंं।
जवाब देंहटाएंपरंतु जिस तरह का अशांत वातावरण अपने देश की राजधानी का है ,ध्यान सभी का उसी पर है। इस वैमनस्यता के मध्य होली का पर्व किस तरह से हम मनाएंँगे ,जब सड़कों पर रक्त बह रहा हो.. ?
सभी को सादर नमन।
बात तो सही है कट्टरता शब्द हमें सीमित दायरे में बांध देता है, जबकि धर्म की कोई सीमा नहीं है। समय एवं परिस्थितियों के अनुसार जन कल्याणकारी कार्य करना ही धर्म है । अब यह कैसे कट्टर हो सकता है ?
बढ़िया अंक
जवाब देंहटाएंआभार आपका..
सादर..
सुन्दर लिंक्स
जवाब देंहटाएंसराहनीय प्रस्तुतीकरण
जवाब देंहटाएंहार्दिक आभार आपका
बहुत सुंदर प्रस्तुती.
जवाब देंहटाएंदुःख पर सर्वश्रेष्ठ सुविचार
बहुत सुंदर प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी हलचल प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंवाह!खूबसूरत प्रस्तुति रविन्द्र जी । सभी लिंक शानदार !
जवाब देंहटाएंसार्थक चर्चा ।
जवाब देंहटाएंआभार ।
हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन आर्मी(HSRA) के प्रधान सेनापति और भगतसिंह सहित तमाम क्रांतिकारियों के नेता, महान क्रांतिकारी और भारत माँ के अमर बलिदानी शहीद चंद्रशेखर आजाद को उनके शहादत दिवस(27फरवरी) पर कृतज्ञ राष्ट्र की तरफ से श्रद्धांजलि।
जवाब देंहटाएंअफसोस की बात यह है कि जिन्होंने देश की आजादी के लिए सर्वस्व बलिदान कर दिया हम आज के दिन भी उन्हें भूल गए और जो आपस में लड़ रहे हैं ।हम उन्हें अपने सियासी चश्मे से देख रहे हैं ।उन पर बहस कर रहे हैं।
शहीदों की क्रांतिकारी परंपरा अमर रहे!शहीदों की साझी शहादत -साझी विरासत जिंदाबाद!शहीद चंद्रशेखर आजाद अमर रहें.💐
सादर आभार शशि भाई आपने मेरी भूल को सुधार दिया है। अमर शहीद जाँबाज़ स्वतंत्रता संग्राम सेनानी चंद्रशेखर आज़ाद की पुण्यतिथि पर हमारा कोटि-कोटि नमन।
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