रंगों का संसार है मोहक
रंगरेज बड़ा विचित्र है
कूची लेकर मनमर्जी की
जग के रंगता चित्र है
-श्वेता
जीवन में खूबसूरती, रुचि और विविधता से सामंजस्य स्थापित
करते रंग जीवन में सकारात्मक ऊर्जा प्रवाहित करते हैं।
प्रकृति के विविध रंगों से श्रृंगारित यह संसार
मानव मन में जीवन के प्रति अनुराग उत्पन्न करते हैं।
शोध से ज्ञात हुआ है कि
रंग व्यक्ति के मन मस्तिष्क पर अपना गहरा प्रभाव छोड़ते है।
*
इस बार हमक़दम का विषय एक मनमोहक चित्र पर आधारित था
जिस पर मंत्रमुग्ध करती रचनाएँ लिखकर रचनाकारों ने मोह लिया।
एक चित्र पर ऐसी-ऐसी विचारातीत कल्पनाएँ हमारे प्रतिभाशाली रचनाकारों की लेखनी से ही है।
आप सभी रचनाकारों की रचनात्मकता को सादर प्रणाम और
बेहद शुक्रिया आप सभी के अनवरत उत्साहवर्धक सहयोग के लिए।
नोटः
रचनाएँ क्रमानुसार नहीं सुविधानुसार लगायी गयी हैंं।
तो आइये आप भी मोहक रचनाओं के संसार में डूब जाइये।
एक इंतजार रंगीन हो जाने का
एक उतावलापन रंगों को जनने का.
अपने पंखों में सजाये रखती है
★★★★★
कूची डुबा - डुबा हर रंग में,
आड़ा,तिरछा,वक्र,करता रेखांकन !
असंतुष्ट - सा, अस्थिर मति,
वह चंचल चित्रकार !!!
★★★★★
तप्त से इस जग में हो बस तुम ही अनुधारा
तुम्ही रंगरेज तुम्ही छविकार, मेरे चित्रकारा
रंग सात नही सौ रंगो से रंग दिया तूने मुझको
रंगाई ना दे पाई तेरे पावन चित्रों की तुझको।
प्रकृति से मुझे मिलायेगा !
साफ सफेद कागज़ पे तुमने ही ये रंग गड़ा
बदल के शख्शियत मेरी अब तुम्हे परहेज़ हैं
मेरे हर रूप का जबके तू ही रंगरेज़ हैं
गुजरती रही थी पास से उसके
प्रकृति की सुंदरता प्यारी
भांति भांति के पुष्प खिले हैं
श्वेत बना शांति का दूत है
काला बना अज्ञान प्रतीक है
इंद्रधनुषी रंगों से ये दुनिया कितनी सुन्दर लगती
नित दिखते नए रंग इसमें कूची कोई न दिखती
★★★★★★
आदरणीया दीपशिखा जी
★★★★★★
आदरणीय पंकज प्रियम् जी
ख़्वाबों का तुम अब खेल देखो
इन रंगों का तुम अब मेल देखो
कोरा कागज़ जिंदा हो जाएगा
कागज़ पे चलती अब रेल देखो।
★★★★★
आदरणीया रेणु जी
अनंत मधु मिठास रचो तुम
आहत मन की आस रचो तुम
रचो प्रीत उत्सव कान्हा बन -
जीवन का मधुमास रचो तुम
मनसरोवर बन खिलो कंवल से
सजो अधर चिर हास बनकर !!!!!!!!!
★★★★★
आदरणीया शुभा मेहता जी की रचना
छत के कोने में
बतियाते फूल
सब मिल बगिया को
महकाते फूल
लाल ,पीले ,नीले
सफेद फूल
न गिला ,न शिकवा
★★★★★★
आदरणीया शकुन्तला राज
जीवन के कैनवास में
ये पीला रंग......
बड़ा ही शुभ माना जाता हैं
हो ईश्वर की आराधना
या कोई अनुष्ठान या त्योहार
घर में लाते हैं
पीला फूल, फल, लड्डू,
हल्दी, अक्षत
ये पीला रंग.......
★★★★★★
आपके द्वारा सृजित यह अंक आपको कैसा लगा कृपया
अपनी बहूमूल्य प्रतिक्रिया के द्वारा अवगत करवाये
आपके बहुमूल्य सहयोग से हमक़दम का यह सफ़र जारी है
आप सभी का हार्दिक आभार।
अगला विषय जानने के लिए कल का अंक पढ़ना न भूले।
अगले सोमवार को फिर उपस्थित रहूँगी आपकी रचनाओं के साथ
-श्वेता
अनंत मधु मिठास रचो तुम
जवाब देंहटाएंआहत मन की आस रचो तुम
रचो प्रीत उत्सव कान्हा बन -
जीवन का मधुमास रचो तुम
श्वेता जी रचनाएं,तो इस अंक में सभी सुंदर है।
परंतु एक चित्रकार का नाम है नियति, वह इन सभी बंधनों से मुक्त है। मनमर्जी चित्र बनाती बिगाड़ती जो रहती है। बस सुबह सुबह इन खूबसूरत कविताओं को पढ़ यही सोच रहा हूँ।
सुप्रभात,
जवाब देंहटाएंआदरणीय स्वेता जी रंगों का ये प्रस्तुति करना बहुत अच्छा लगा।हर रचना में बहुत खूबसुरत रंग पारो दिए हैं रचनाकर ने।पड़कर आनंद आया।
धन्यवाद
शुभ प्रभात
जवाब देंहटाएंकवि जो है न वो
सब विषय पर लिख सकता है
अच्छे रंग उकेरे आप सबने
साधुवाद....
शुभ प्रभात यशोदा दी
हटाएंसादर आभार 🙏
बहुत बहुत आभार
हटाएंरंग विविध हैं इस सृष्टि के
जवाब देंहटाएंभावों से संसार सजा
कितनी सुंदर सब रचनाएं
पढ़कर उर आनंद जगा
बहुत ही सुंदर संकलन प्रिय श्वेता ।मेरी रचनाओं को
स्थान देने के लिए आपका आभार 🙏
आनन्दित,मन बावरा.
जवाब देंहटाएंनये रचनाकार एक लेवल हांसिल करने को अग्रसर है. अगर कविता को फलसफ़ा मान कर लिखा जाये तो वो एक मुकाम हासिल करती ही है..आज की हलचल में बहुत सी रचनाएँ ऐसी मिली.
रणु जी की रचना ने कमाल कर दिया. और पंकज जी की ये पंक्ति कि " कोरा कागज अब जिन्दा हो जायेगा" साथ लिये जा रहा हूँ.
आदरणीय रोहितास जी-- सादर नमन मंच पर मेरा बढाने के लिए |
हटाएंगज़ब
जवाब देंहटाएंशानदार प्रस्तुतीकरण
शुभ प्रभात आदरणीया
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुंदर संकलन प्रिय श्वेता जी। मेरी रचनाओं को
स्थान देने के लिए आपका आभार।
शुभ प्रभात आदरणीया
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुंदर संकलन प्रिय श्वेता जी ।मेरी रचना को
स्थान देने के लिए आपका आभार।
सभी रचनाकारों को हार्दिक बधाई
अद्भुत संकलन हकचल का आंगन रंगों से भर गया है और रचनाएँ पढ़कर हम सबका मन भी... सभी रचनाकारों को ढेरों शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंबन गया इन्द्रधनुष। वाह।
जवाब देंहटाएंबहुत उम्दा रचनाएं पढ़ने का मजा ही कुछ और होता है |
जवाब देंहटाएंमेरी रचना शामिल करने के लिए धन्यवाद |
वाह सतरंगी संकलन
जवाब देंहटाएंखूबसूरत रंगों से भरी सुंदर प्रस्तुति सभी रचनाकारों को बहुत बहुत बधाई मेरी रचना को स्थान देने के लिए बहुत बहुत आभार श्वेता जी
जवाब देंहटाएंA wide Rainbow
जवाब देंहटाएंRegards...
इतनी खूबसूरत रचनाओं ने आज अपने अनुपम रंगों से हलचल के कैनवास को अनूठे रंगों से चित्रित कर दिया है ! सारी रचनाये अत्यंत मनमोहक ! मेरी रचना को सम्मिलित करने के लिए आपका हृदय से बहुत बहुत धन्यवाद एवं आभार ! सभी रचनाकारों को बहुत बहुत बधाई !
जवाब देंहटाएंसतरंगी हलचल..इस शानदार प्रस्तुति के लिए श्वेता जी को धन्यवाद ,सभी रचनाकार बधाई के हकदार है।
जवाब देंहटाएंआभार।
रंगों की छटा बिखेरती आज की रंगभरी हलचल मन को रंगों से सराबोर कर गई
जवाब देंहटाएंमेरी रचना को स्थान देने के लिए सहृदय धन्यवाद स्वेता जी
बहुत सुन्दर खूबसूरत रंगबिरंगी हलचल प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंशानदार प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंलाजवाब प्रस्तुतिकरण...खूबसूरत रंगों से भरा लिंक संकलन....
जवाब देंहटाएंसभी रचनाकारों को हार्दिक शुभकामनाएं।
लाज़वाब प्रस्तुति। आभार मेरी रचना को शमिलकरने हेतु
जवाब देंहटाएंलाज़वाब प्रस्तुति। आभार मेरी रचना को शमिलकरने हेतु
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुंदर इंद्रधनुषी रंगों की रंगोली सजी है जैसे.... अभी कुछ रचनाएँ पढ़ नहीं पाई हूँ। मेरी रचना को शामिल करने हेतु तहेदिल से शुक्रिया।
जवाब देंहटाएंबहन श्वेता को सुंदर प्रस्तुति हेतु बधाई।
बहुत ही सुंदर रचनाओं से सजा रंगोत्सव प्रिय श्वेता | सभी में कलमतोड़ लिख डाला | रंग पर अजब दर्शन और मौलिक लेखन मन को छू गया | हर रचना निशब्द कर रही है | सभी पर हो आई हूँ पर लिखना कल परसों ही हो पायेगा क्योकि सभी रचनाएँ सराहना की हकदार हैं | सभी रचनाकार सहयोगियों को सादर, सस्नेह शुभकामनायें | सबकी लेखनी सृजन के रंगों से सराबोर रहे मेरे यही कामना है | कल का विषय क्या होगा उत्सुकता से प्रतीक्षा है | आपको हार्दिक बधाई इस सराहनीय अंक और शानदार लघु निबंधात्मक भूमिका के लिए | सस्नेह --
जवाब देंहटाएंवाह!!श्वेता ,इन्द्रधनुषी रंगों से सजा खूबसूरत अंक !!!मेरी रचना को स्थान देने के लिए दिल से धन्यवाद ।
जवाब देंहटाएं