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गुरुवार, 12 अगस्त 2021

3118...शोर में डूबी संसद हमारी है...

 सादर अभिवादन। 

गुरुवारीय अंक लेकर हाज़िर हूँ-


भयावह बाढ़,

भू-स्खलन 

ज़ोरों पर जारी है

शोर में डूबी 

संसद हमारी है।  

आइए अब आपको आज की पसंदीदा रचनाओं की ओर ले चलें-

बीते बचपन की यादें

मन के कैनवास पर

सात रगों से छवियाँ

उकेरी पूरी शिद्दत से

सारी दुनिया सिमटी

थी उस पर |

 

हँसती हई औरत

अपनी उधड़ी हुई खाल देखकर,

नाभि के नीचे बहते लहू की धार देखकर भी,

वह भूख में भी हँसती है,

बलात्कार ये बाद भी उसे हंसी आती है,

दर्द के भयानक आवेग को दबाकर भी

वह हँसती है..

 

नदी दीदी


रोको तो नहीं रुकती

आगे किसी के नहीं झुकती

तुम तो हो बड़ी ज़िद्दी

नदी दीदी, नदी दीदी


ख्वाहिश

सूरज की रोशनी तले,जीते हुए,

चांद भी तो निरा अकेला है।

रंगीन ख्वाबों तले सब मन अकेला है,

शराफत के चादर तले हर इंसान नंगा है।

ध्यानार्थ: आदरणीया पूनम जी की इस रचना पर आमंत्रण के लिए कॉमेंट बॉक्स उपलब्ध नहीं है। 


 मेहंदी लगा दूं हाथों में

हरियाली तीज का सौगात हमारा।

ईश्वर रखें , सदा अहिवात हमारा।

जीवन का उपहार सजा दूं हाथों में।

सावन का शृंगार....

***** 

आज बस यहीं तक 

फिर मिलेंगे अगले गुरुवार। 


रवीन्द्र सिंह यादव 


10 टिप्‍पणियां:

  1. शिव प्रभात..
    भयावह बाढ़,
    भू-स्खलन
    ज़ोरों पर जारी ह
    शोर में डूबी
    संसद हमारी है।
    सादर

    जवाब देंहटाएं
  2. सुप्रभात
    आज का अंक बढ़िया है |मेरी रचना कोआज के अंक में स्थान देने के लिए स्थान देने के लिए आभार सहित धन्यवाद रवीन्द्र जी |

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. आशा जी लिंक पर आपकी रचना उपलब्ध नहीं है, कृपया एक बार ब्लॉग पोस्ट चेक करे।

      हटाएं
  3. सामयिक तथा पठनीय संकलन,आभार एवम शुभकामनाएं रवीन्द्र जी ।

    जवाब देंहटाएं
  4. पठनीय संकलन, संसद का शोर आदमी ये अंदर का शोर है जो जब बाहर आ जाता गई तो कभी-कभी देश को भी इसी तरह शर्मसार होना पड़ता है।
    मेरी रचना को भी स्थान देने के लिए आभार
    सादर

    जवाब देंहटाएं
  5. बेहतरीन संकलन । आज की छोटी सी भूमिका में बहुत बड़ी बात कह दी है । संसद की तो कोई गरिमा ही नहीं रही ।

    जवाब देंहटाएं
  6. बहुत आभार आपका इस कृति को स्थान देने के लिए.

    जवाब देंहटाएं
  7. सार्थक भूमिका और सुंदर रचनाओं से सजा अंक, बधाई !

    जवाब देंहटाएं
  8. समसामयिक भूमिका एवं पठानिया सूत्रों के लिए बधाई |

    जवाब देंहटाएं

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