निवेदन।


फ़ॉलोअर

शनिवार, 10 अक्टूबर 2020

1910... भरोसा

सभी को यथायोग्य

प्रणामाशीष

हम सभी से कभी न कभी गलतियाँ जरुर होती हैं।  कभी – कभी हम गलत चीजें करते हैं, ऐसी चीजें जिनके परिणाम बुरे होते हैं...  पर इसका ये मतलब नहीं है कि हम बुरे हैं, या इसके बाद हम पर कभी भी विश्वास नहीं किया जा सकता...। ... Alison Croggon एलिसन क्रोगन

भरोसा

आजमा लेना मुझे भी तू,
गैरों को भी आजमान।
 नतीजा जो भी निकलेगा,
उसी को मान लिया मैंने।

विश्वास करना सीखना जीवन के सबसे कठिन कामों में से एक है। Isaac Watts आइजैक वाट्स

तूफानों से टकराने की.
हिम्मत मिल जाती है ॥
अपने अंदर साहस भरी
जिद बना कर तो देखो,. 

जो आदमी किसी पर विश्वास नहीं करता वो किसी के द्वारा विश्वास न किये जाने के लिए उपयुक्त है। Harold MacMillan हैरोल्ड मैकमिलन

कभी खुद पर जी खोलकर
करके तो देख भरोसा
मुरझाया हुआ चेहरा भी
नुरानी हो जाएगा।

आपको किसी न किसी चीज में विश्वास करना ही होगा – अपने गट्स में, अपनी किस्मत में, अपनी जिंदगी में या फिर अपने कर्म में। Steve Jobs स्टीव जॉब्स

कमज़र्फ करते हैं मुझे एहसान आपके
अब रहमो करम पे भी भरोसा नहीं रहा 
क़ुर्बत ने दोस्तों कि तजुर्बा यही दिया
दुश्मन कि तल्ख़ियों पे भरोसा नहीं रहा 

बहुत अधिक भरोसा करने पर हो सकता है कि आप धोखा खा जाएं, लेकिन यदि आप पर्याप्त भरोसा नहीं करेंगे तो आप पीड़ा में ही जिएंगे। Frank Crane फ्रैंक क्रेन

हाँ ! मैं हूँ , उसके भरोसे पर खड़ा और
कुछ इसी तरह जमाने में हुआ बड़ा
तुमने भी देखी है जमाने की टेढ़ी मेढी लकीर
और मैंने भी देखी है जमाने की छोटी बड़ी लकीर

भरोसा करना मुश्किल है. ये जानना कि किस पर भरोसा किया जाये और भी मुश्किल है। Maria V. Snyder मारिया वी सिन्डर

><><><><><
पुनः भेंट होगी...
><><><><><


2 टिप्‍पणियां:

  1. सदा की तरह बेहतरीन..
    सादर नमन..

    जवाब देंहटाएं
  2. एक बार भरोसा टूटने के बाद...
    शक बड़ी आसानी से घुसपैठ करता है
    संजीदा मनोस्थिति का भावानात्मक बंवडर
    सहेजकर टूटे हुए पल स्मृतियों में कैद करता है।
    -----
    बेहतरीन संकलन हमेशा की तरह दी।
    प्रणाम दी
    सादर।

    जवाब देंहटाएं

आभार। कृपया ब्लाग को फॉलो भी करें

आपकी टिप्पणियाँ एवं प्रतिक्रियाएँ हमारा उत्साह बढाती हैं और हमें बेहतर होने में मदद करती हैं !! आप से निवेदन है आप टिप्पणियों द्वारा दैनिक प्रस्तुति पर अपने विचार अवश्य व्यक्त करें।

टिप्पणीकारों से निवेदन

1. आज के प्रस्तुत अंक में पांचों रचनाएं आप को कैसी लगी? संबंधित ब्लॉगों पर टिप्पणी देकर भी रचनाकारों का मनोबल बढ़ाएं।
2. टिप्पणियां केवल प्रस्तुति पर या लिंक की गयी रचनाओं पर ही दें। सभ्य भाषा का प्रयोग करें . किसी की भावनाओं को आहत करने वाली भाषा का प्रयोग न करें।
३. प्रस्तुति पर अपनी वास्तविक राय प्रकट करें .
4. लिंक की गयी रचनाओं के विचार, रचनाकार के व्यक्तिगत विचार है, ये आवश्यक नहीं कि चर्चाकार, प्रबंधक या संचालक भी इस से सहमत हो।
प्रस्तुति पर आपकी अनुमोल समीक्षा व अमूल्य टिप्पणियों के लिए आपका हार्दिक आभार।




Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...