निवेदन।


फ़ॉलोअर

बुधवार, 31 जुलाई 2019

1475.. अभी कुछ बाक़ी है ......


।।उषा स्वस्ति।।


"उषे!बतला यह सीखा हास कहाँ?
इस नीरस नभ में पाया है
तूने यह मधुमास कहाँ?
अन्धकार के भीतर सोता
था इतना उल्लास कहाँ?
सूने नभ में छिपा हुआ था
तेरा यह अधिवास कहाँ?
यदि तेरा जीवन जीवन है
तो फिर है उच्छ्वास कहाँ?
अपने ही हँसने पर तुझको
क्षण भर है विश्वास कहाँ?"
-रामकुमार वर्मा
हमारे जीवन भी कुछ ऐसें ही प्रश्नों से भरी है..
सवेरे -सवेरे की उजास भरी बातों के
साथ लिंकों पर नजर डालें...
जिसमें रचनाकारों के नाम क्रमानुसार पढ़ें..✍
💢💢
आदरणीय चन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल
आदरणीय पलाश जी,
आदरणीया अनुराधा चौहान जी,
आदरणीया रश्मि शर्मा  जी,
आदरणीय डॉ जफ़र जी

💢💢


मेरे ही लिए क्यूँ के रस्ता न जाने

मैं हूँ वह के जो आबलो पा न जाने
तेरे सिम्त होता है अल्लाह क्या क्या

यहाँ पे तो होता है क्या क्या न जाने
नज़र की हो तेरे इनायत है ख़्वाहिश..

💢💢

कोई साथ रहने लगा, शहर-ए-ख्यालों में

रातें करवटें औ ख्वाब बदल रहे आजकल
वो जवाब बन आने लगा, मेरे सवालों में

जिक्र करना भी है, औ छुपाना भी सबसे
बेसबब नही तेरा आना, मेरी मिसालों में

चंद रोज की हैं मुलाकातें, उनकी अपनी
महसूस हुआ, जो होता नही है सालों में..

💢💢



ज़िंदगी की चादर पर
कितना भी झाड़ों,फटको
बिछाकर सीधा करो
कहीं न कहीं से कोई 
समस्या आ बैठती
निचोड़ती,सिकोड़ती..
💢💢

तुम भूल गए कल की बातें
या याद अभी कुछ बाक़ी है !!
पथरा गए एहसास सभी
या प्यार अभी कुछ बाक़ी है..
💢💢

जनता मफ़लर,पंखी में सिमटती रही,
नेताजी को सिगड़ी का पुख्ता इंतेज़ाम जारी रहा,

लोग स्टार नाईट को तरसते रहे देर तक,
उनका चुनावी पैगाम जारी रहा,
💢💢
हम-क़दम का नया विषय
💢💢
।।इति शम।।
धन्यवाद
पम्मी सिंह 'तृप्ति'..✍

7 टिप्‍पणियां:

  1. शुभ प्रभात..
    उम्दा रचनाएँ
    अभी कुछ बाक़ी है ......
    तुम भूल गए कल की बातें
    या याद अभी कुछ बाक़ी है !!
    पथरा गए एहसास सभी
    या प्यार अभी कुछ बाक़ी है
    सादर...

    जवाब देंहटाएं
  2. सुप्रभात,
    बेहतरीन संकलन से रूबरू कराने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद,

    रातें करवटें औ ख्वाब बदल रहे आजकल
    वो जवाब बन आने लगा, मेरे सवालों में

    जवाब देंहटाएं
  3. सभी एक से बढ़ कर एक प्रस्तुति... नमन !

    जवाब देंहटाएं
  4. शानदार प्रस्तुतिकरण उम्दा लिंक संकलन....

    जवाब देंहटाएं

आभार। कृपया ब्लाग को फॉलो भी करें

आपकी टिप्पणियाँ एवं प्रतिक्रियाएँ हमारा उत्साह बढाती हैं और हमें बेहतर होने में मदद करती हैं !! आप से निवेदन है आप टिप्पणियों द्वारा दैनिक प्रस्तुति पर अपने विचार अवश्य व्यक्त करें।

टिप्पणीकारों से निवेदन

1. आज के प्रस्तुत अंक में पांचों रचनाएं आप को कैसी लगी? संबंधित ब्लॉगों पर टिप्पणी देकर भी रचनाकारों का मनोबल बढ़ाएं।
2. टिप्पणियां केवल प्रस्तुति पर या लिंक की गयी रचनाओं पर ही दें। सभ्य भाषा का प्रयोग करें . किसी की भावनाओं को आहत करने वाली भाषा का प्रयोग न करें।
३. प्रस्तुति पर अपनी वास्तविक राय प्रकट करें .
4. लिंक की गयी रचनाओं के विचार, रचनाकार के व्यक्तिगत विचार है, ये आवश्यक नहीं कि चर्चाकार, प्रबंधक या संचालक भी इस से सहमत हो।
प्रस्तुति पर आपकी अनुमोल समीक्षा व अमूल्य टिप्पणियों के लिए आपका हार्दिक आभार।




Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...