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शनिवार, 15 अक्टूबर 2016

456 शरद पूर्णिमा




शरद पूर्णिमा पर कविता के लिए चित्र परिणाम




सभी को यथायोग्य
प्रणामाशीष

 पा भू दमकी
प्लैटिनम की हार
राका सौगात

आज चन्द्रमा 
अपनी पूरी सोलह कलाओं के साथ
आकाश को प्रकाशित करेगा
शरद पूर्णिमा की रात है
आकाश से अमृत की वर्षा होगी

और..एक विशेष सुखद बात
वो ये है कि
पाँच लिंको के आनन्द की


साल दर साल यूँ ही गुजरता रहे


तिलामलकचूर्णेन गृही स्नानं समाचरेत्।
विधवास्त्रीयतीनां तु तुलसीमूलमृत्सया।।
सप्तमी दर्शनवमी द्वितीया दशमीषु च।
त्रयोदश्यां न च स्नायाद्धात्रीफलतिलैं सह।।


चाँद पूनम का






शरद पूर्णिमा

चन्दा तो सब का है,  सब पर
शीतलता,   चाँदनी    लुटाता ।
काश कि, चन्दा सीधे सब की
जिह्वा  पर  अमृत  टपकाता ॥


मालपुआ







चंदा चमके चम-चम

आज शरद रितु की ओपनिंग सेरेमनी का जाम फुलमून के नाम. 


शरद पूर्णिमा पर कविता के लिए चित्र परिणाम



फिर मिलेंगे .... तब तक के लिए
आखरी सलाम


विभा रानी श्रीवास्तव 




5 टिप्‍पणियां:

  1. सुप्रभात
    सादर प्रणाम
    शरद पूर्णिमा पर बहुत अच्छी हलचल प्रस्तुति
    सादर

    जवाब देंहटाएं
  2. शुभ प्रभात दीदी
    सादर नमन..
    खुली हुई छत पर पसरी हुई है चांदनी
    तो आओ,
    इस दूधिया रोशनी में लिखें
    चांदनी बचाने की कविता
    पसरे हुए हरसिंगार की खुशबू से
    मह-मह करते आँगन की कविता
    सादर

    जवाब देंहटाएं
  3. शुभप्रभात आंटी...
    शरद पूर्णिमापर आप की प्रस्तुति...
    पांच लिंकों के आनंद को भी...
    प्रकाशित कर रही िहै...
    आप का आशीष मिलता रहे...
    हम 100 से 456 अंकों तक पहुंच गये...

    2 शरद पूर्णिमा के बाद...
    हम 1050 का आंकड़ा पार कर लेंगे...
    सुंदर प्रस्तुति...

    जवाब देंहटाएं
  4. शरद पूर्णिमा के बारे में बहुत अच्छी जानकारी ..
    सामयिक सार्थक हलचल प्रस्तुति हेतु आभार!

    जवाब देंहटाएं

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