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शनिवार, 8 मार्च 2025

4421...नम्र बनने के लिए कोई मोल नहीं चुकाना पड़ता है...

 शीर्षक पंक्ति:आदरणीया कविता रावत जी की रचना से। 

सादर अभिवादन। 

        आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस है। संपूर्ण विश्व में 8 मार्च का दिन महिला दिवस के रूप में मनाया जाता है। विश्वभर में महिलाओं की दशा और दिशा पर अनेक रचनात्मक प्रतियोगताओं के साथ भाषण और शोध-पत्र आदि पढ़े जाते हैं  जिनमें महिला अधिकारों की चर्चा का प्राधान्य होता है। 

'पाँच लिंकों का आनन्द' परिवार की ओर से महिला दिवस की ढेरों शुभकामनाएँ। 

शनिवारीय अंक में आज पढ़िए पाँच पसंदीदा रचनाएँ-

वह पेड़ कभी टूटता नहीं जो लचकदार होता है
वह पेड़ कभी टूटता नहीं जो लचकदार होता है।।
*****
कैसे कोई प्रेम जता सकता है!

मुझे लगी तुम धरती सी 

धैर्य से भरी 

मुझे लगी तुम पानी सी 

प्रवाह से भरी  

मुझे लगी तुम अग्नि सी 

तेज से भरी 

*****

इतना ही तो कृत्य शेष है


चुन शब्दों को गीत बनाना 

अपनी धुन में उसे बिठाना, 

इतना ही तो कृत्य शेष है 

सुनना तुमको और सुनाना!

*****

आदमी की पहचान

*****

*****

होली गीत

मंद-मंद समीर चलत हैं,
फूल खिले कचनार सखी री ! २
फूल -फूल पर भौर उड़त हैं,
बीतत फागुन मास सखी री!२
*****
फिर मिलेंगे। 
रवीन्द्र सिंह यादव 


7 टिप्‍पणियां:

  1. सुंदर
    संग्रहणीय अंक
    आभार
    सादर

    जवाब देंहटाएं
  2. बहुत ही सार्थक प्रेरणादायी प्रस्तुति
    मेरी पोस्ट को स्थान देने के लिए आभार 🙏🙏

    जवाब देंहटाएं
  3. महिला दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएँ ! सराहनीय रचनाओं से सजा अंक, 'मन पाये विश्राम जहाँ' को स्थान देने के लिए बहुत बहुत आभार !

    जवाब देंहटाएं
  4. सुंदर रचनाओं से सुसज्जित अंक। मेरी रचना को भी स्थान देने हेतु हार्दिक धन्यवाद 🙏🙏

    जवाब देंहटाएं
  5. बहुत सुंदर , महिला दिवस पर हार्दिक शुभकामनाऍ

    जवाब देंहटाएं
  6. मेरी ब्लॉग पोस्ट और शीर्षक को हलचल प्रस्तुति में सम्मिलित करने हेतु आभार,,,,महिला दिवस विशेष की सभी को हार्दिक शुभकामनाएं

    जवाब देंहटाएं

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