शुक्रवारीय अंक में आप सभी का
स्नेहिल अभिवादन
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जिंगल बेल,जिंगल बेल
आज कवि अटलबिहारी वाजपेयी
का जन्मदिन है।
पढ़िये उनकी रचना
हरी-हरी दूब पर
सूर्य एक सत्य है
जिसे झुठलाया नहीं जा सकता
मगर ओस भी तो एक सच्चाई है
यह बात अलग है कि ओस क्षणिक है
क्यों न मैं क्षण क्षण को जिऊँ?
कण-कण मेँ बिखरे सौन्दर्य को पिऊँ?
आइये अब आज की रचनाओं का आनंद लें-
बिना प्रयास अब न होगा प्रभात
हे रणभूमि में मौन खड़े
कविवर क्यों रण से विमुख हुए?
जब लूटे दिनकर को व्यभिचार
निकालो तुम भी तरकश से बाण,
और जला लो क्रांति की मशाल
बिन प्रयास न होगा अब प्रभात।
सफलता की सीढ़ी
स्वर्ग की सीढ़ी
फ़ायर ब्रिगेड की सीढ़ी
बिजली विभाग की सीढ़ी
पर्वतारोहियों की सीढ़ी
सैनिकों की सीढ़ी
बाढ़ में बने सैनिक सीढ़ी
हवाई जहाज़ की सीढ़ी
हेलीकॉप्टर से लटकती सीढ़ी
चोरों -आतंकवादियों की सीढ़ी
स्वर्ग की सीढ़ी
फ़ायर ब्रिगेड की सीढ़ी
बिजली विभाग की सीढ़ी
पर्वतारोहियों की सीढ़ी
सैनिकों की सीढ़ी
बाढ़ में बने सैनिक सीढ़ी
हवाई जहाज़ की सीढ़ी
हेलीकॉप्टर से लटकती सीढ़ी
चोरों -आतंकवादियों की सीढ़ी
राजनीति के भद्र पुरुष अटल जी के जन्मदिन की बधाई
जवाब देंहटाएंऔर
हैप्पी क्रिसमस डे
उम्दा संकलन हेतु साधुवाद छुटकी
शुभकामनाएं ही शुभकामनाएं..
जवाब देंहटाएंअप्रतिम..
सादर..
प्रिय श्वेता सिन्हा जी,
जवाब देंहटाएंमेरा नवगीत 'पांच लिंकों का आनंद' में शामिल के लिए हार्दिक धन्यवाद एवं आभार !!!
यह मेरे लिए अत्यंत प्रसन्नता का विषय है।
- डॉ शरद सिंह
सभी उत्कृष्ट पठनीय लिंक्स के लिए आभार 🙏
जवाब देंहटाएंMerry Xmas 💐💐💐
बहुत सुंदर प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंबेहतरीन रचना प्रस्तुति, गीता जयंती और क्रिसमस की हार्दिक शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंसंक्षिप्त किन्तु सार्थक सूत्रों से सुसज्जित आज का संकलन ! मेरी बाल कथा को आज के संकलन में स्थान देने के लिए आपका हृदय से बहुत बहुत धन्यवाद एवं आभार प्रिय सखी श्वेता जी ! सप्रेम वन्दे !
जवाब देंहटाएंउत्तम प्रस्तुति। सभी रचनाकारों को बधाई और शुभकामनाएं ।
जवाब देंहटाएंमेरी कविता को इस मंच पर स्थान देने के लिए आभार।
जवाब देंहटाएंसभी रचनाकारों को भी शुभकामनायें और उनका उत्तम संकलन करने वाले को भी सम्मान।
जय माँ शारदे
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जवाब देंहटाएंअटल जी के जनम दिन की बधाई ...
जवाब देंहटाएंअछे सूत्र ..
आभार मेरी गज़ल को जगह देने के लिए ...