कि इसके फंदे ही स्वेटर हैं,
उन्हें हटाने की कोशिश मत करना,
वरना सिर्फ़ धागे रह जाएंगे हाथ में,
धागे तुम पहन नहीं पाओगे।
चंद्रमा तुम यकीनन सोच रहे होगे कि तुम्हारे चेहरे पर भी तो बादलों की काली बदली कई बार आकर तुम्हें सताती है मैं जानता हूं कि ये सच है लेकिन यकीन मानो तो सही वो बदली तुम्हारी दमक के आहरण को नहीं आती है, वो बदली बेचारी दो पल भी कहां ठहरती है उसे तो पानी का बोझ उठाए योजन सफर जो तय करना होता है।
मिलते हैं अगले अंक में
वर्षांत माह
जवाब देंहटाएंसुखद होता है
प्रतीक्षा का माह
बेसब्री रहती है
बेहतरीन अंक
आभार
सादर
आभार...अच्छा अंक...
जवाब देंहटाएंबेहतरीन संकलन
जवाब देंहटाएंआभार श्वेता जी |
जवाब देंहटाएंसुप्रभात ! उत्तर भारत में वायु प्रदूषण के आँकड़े वाक़ई डराने वाले हैं, ऐसे में अपने स्वास्थ्य का अति ध्यान रखने की आवश्यकता है। सराहनीय रचनाओं से सजा सुंदर अंक, आभार!
जवाब देंहटाएंबेहतरीन अंक.आभार
जवाब देंहटाएंकेंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार वायु-गुणवत्ता सूचकांक 430 पर आ गया है। इस स्तर की हवा को गंभीर वायु-गुणवत्ता की श्रेणी में रखा जाता है...
जवाब देंहटाएंप्रकृति और पर्यावरण की किसको पड़ी है
सारगर्भित भूमिका के साथ लाजवाब प्रस्तुति
सभी लिंक बेहद उम्दा एवं पठनीय ।