---

रविवार, 16 जुलाई 2023

3820...वैज्ञानिकों की कड़ी मेहनत, भारत के सम्मान की...

शीर्षक पंक्ति: आदरणीय अशर्फ़ी लाल मिश्र जी की रचना से। 

सादर अभिवादन।

रविवारीय अंक लेकर हाज़िर हूँ। आइए पढ़ते हैं आज की पाँच पसंदीदा रचनाएँ-

प्रक्षेपण हुआ चंद्रयान तीन का

एक तरफ थी करतल ध्वनि,

दूजे  गड़गड़ाहट   यान   की।

वैज्ञानिकों  की कड़ी  मेहनत,

भारत    के     सम्मान    की।।

चन्द्र यान की पहुँच

पहले असफल रहे पर कोशिश करते रहे

कभी सफलता की कोशिश से

मुंह ना मोड़ा हमारे वैज्ञानिकों ने

पर  असफल हुए विक्रम की असफल कोशिश में

सॉफ्ट लेंडिग ना कर पाए थे  चन्द्र पर |

1125-ख़्वाबों की किरचियाँ

गिड़गिड़ाए

उम्मीद के परिंदे

उजड़ने के वक्त!

बेरहमी से

काट दिया उसने

दिल का वो दरख़्त!!

 उम्मीद भरी आँखें और सवाल तमाम

शाम हुई और क्या खूब हुई। इतने खूबसूरत सवाल, इतने मौजूं सवाल और इतने सारे युवा चेहरे देखकर मन उम्मीद से भर उठा। सवाल जाति, धर्म, जेंडर भेद के। सवाल कैसे इस दुनिया को सुंदर बनाया जाय। पढ़ना कैसे बेहतर मनुष्य बनने में मदद करता है, क्या पढ़ना चाहिए, मन न लगे पढ़ने में तो क्या करें। लिखना कैसे बेहतर हो, कैसे पहचानें फेक न्यूज़ को। कुछ कवितायें पढ़ी गईं उन पर भी बात हुई। सवालों का सैलाब आया हुआ था और यक़ीनन यह खूबसूरत मंज़र था। 

वीडियो-फोटो बनते देख गुस्सा हुआ बाघ | Angry tiger watching video-photo being made |

जब कोई राहगीर इन जंगल के जानवरों से जबरन पंगे लेते हैं, तो फिर कई बार उनकी जान पर बन आती है। लोगों को यह समझना होगा कि ये जानवर हमारे मनोरंजन के लिए नहीं हैं। हमें सावधानी और सतर्कता से अपनी राह और उन्हें उनकी राह चलने देने में ही अपनी और सबकी भलाई समझनी होगी।

*****

फिर मिलेंगे। 

रवीन्द्र सिंह यादव 

 


7 टिप्‍पणियां:

  1. उम्दा लिक्समेरी रचना को स्थान देने के लिए धन्यवाद |

    जवाब देंहटाएं
  2. बहुत ख़ूब - दिगंबर नासवा

    जवाब देंहटाएं
  3. चंद्रयान के सफल प्रक्षेपण को समर्पित रचनाओं के साथ सुन्दर और भावपूर्ण लेखों से सजी अत्यंत सराहनीय प्रस्तुति रवींद्र जी। सभी रचनाकारों को बहुत -बहुत बधाई और शुभकामनाएं ।आपको हार्दिक आभार इस सुन्दर लिंक संयोजन के लिए 🙏

    जवाब देंहटाएं

आभार। कृपया ब्लाग को फॉलो भी करें

आपकी टिप्पणियाँ एवं प्रतिक्रियाएँ हमारा उत्साह बढाती हैं और हमें बेहतर होने में मदद करती हैं !! आप से निवेदन है आप टिप्पणियों द्वारा दैनिक प्रस्तुति पर अपने विचार अवश्य व्यक्त करें।

टिप्पणीकारों से निवेदन

1. आज के प्रस्तुत अंक में पांचों रचनाएं आप को कैसी लगी? संबंधित ब्लॉगों पर टिप्पणी देकर भी रचनाकारों का मनोबल बढ़ाएं।
2. टिप्पणियां केवल प्रस्तुति पर या लिंक की गयी रचनाओं पर ही दें। सभ्य भाषा का प्रयोग करें . किसी की भावनाओं को आहत करने वाली भाषा का प्रयोग न करें।
३. प्रस्तुति पर अपनी वास्तविक राय प्रकट करें .
4. लिंक की गयी रचनाओं के विचार, रचनाकार के व्यक्तिगत विचार है, ये आवश्यक नहीं कि चर्चाकार, प्रबंधक या संचालक भी इस से सहमत हो।
प्रस्तुति पर आपकी अनुमोल समीक्षा व अमूल्य टिप्पणियों के लिए आपका हार्दिक आभार।