दिन भर ब्लॉगों पर लिखी पढ़ी जा रही 5 श्रेष्ठ रचनाओं का संगम[5 लिंकों का आनंद] ब्लॉग पर आप का ह्रदयतल से स्वागत एवं अभिनन्दन...
---
गुरुवार, 11 अप्रैल 2019
1364...तुम जिद न करो यूँ सुनने की, जिद्दी लहरों का अफसाना !....
12 टिप्पणियां:
आभार। कृपया ब्लाग को फॉलो भी करें
आपकी टिप्पणियाँ एवं प्रतिक्रियाएँ हमारा उत्साह बढाती हैं और हमें बेहतर होने में मदद करती हैं !! आप से निवेदन है आप टिप्पणियों द्वारा दैनिक प्रस्तुति पर अपने विचार अवश्य व्यक्त करें।
टिप्पणीकारों से निवेदन
1. आज के प्रस्तुत अंक में पांचों रचनाएं आप को कैसी लगी? संबंधित ब्लॉगों पर टिप्पणी देकर भी रचनाकारों का मनोबल बढ़ाएं।
2. टिप्पणियां केवल प्रस्तुति पर या लिंक की गयी रचनाओं पर ही दें। सभ्य भाषा का प्रयोग करें . किसी की भावनाओं को आहत करने वाली भाषा का प्रयोग न करें।
३. प्रस्तुति पर अपनी वास्तविक राय प्रकट करें .
4. लिंक की गयी रचनाओं के विचार, रचनाकार के व्यक्तिगत विचार है, ये आवश्यक नहीं कि चर्चाकार, प्रबंधक या संचालक भी इस से सहमत हो।
प्रस्तुति पर आपकी अनुमोल समीक्षा व अमूल्य टिप्पणियों के लिए आपका हार्दिक आभार।
शुभ प्रभात..
जवाब देंहटाएंबेहतरीन..
है
शाँति
सुरक्षा
मतदान
अमिट स्याही
ईवीएम बटन
सजी होगी तर्जनी
सादर...
बेहतरीन रचना संकलन एवं प्रस्तुति सभी रचनाकारों को हार्दिक बधाई
जवाब देंहटाएंवाहः
जवाब देंहटाएंसुंदर संकलन
बहुत सुन्दर संकलन ।
जवाब देंहटाएंअत्यंत ख़ूबसूरत संकलन...।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत आभार मेरी रचना को मंच में शामिल करने हेतु। प्रस्तुति बहुत सुंदर एवं विविधतापूर्ण हैं। सादर।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर हलचल की प्रस्तुति 👌
जवाब देंहटाएंसादर
बहुत सुंदर अंक
जवाब देंहटाएंबहुत सुंंदर संकलन। सभी चयनित रचनाकारों को बधाई।
जवाब देंहटाएंधन्यवाद।
दिन भर इन्टरनेट बाधित रहने के कारण समय से प्रतिक्रिया ना दे सकी क्षमाप्रार्थी हूँ ! मेरे आलेख को आज की हलचल में स्थान देने के लिए हृदय से आपकी आभारी हूँ रवीन्द्र जी ! बहुत बहुत धन्यवाद !
जवाब देंहटाएंशानदार प्रस्तुति करण ....उम्दा लिंक संकलन....
जवाब देंहटाएं