।।प्रातःवंदन। ।
किन्हीं सबल क्षणों का नाम देव
और दुर्बल क्षणों का नाम असुर रखकर
मानव ने मुक्ति पा ली !
जब मन स्वस्थ है, सजग है ..
✨️
दिन भर ब्लॉगों पर लिखी पढ़ी जा रही 5 श्रेष्ठ रचनाओं का संगम[5 लिंकों का आनंद] ब्लॉग पर आप का ह्रदयतल से स्वागत एवं अभिनन्दन...
।।प्रातःवंदन। ।
किन्हीं सबल क्षणों का नाम देव
और दुर्बल क्षणों का नाम असुर रखकर
मानव ने मुक्ति पा ली !
जब मन स्वस्थ है, सजग है ..
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सुंदर अंक
जवाब देंहटाएंआभार
वंदन
वाह सुन्दर संकलन
जवाब देंहटाएंसुप्रभात! ज़ोरदार शेर के रूप में भूमिका और पठनीय रचनाओं के सूत्र, आभार पम्मी जी!
जवाब देंहटाएंमुझे आज की हलचल में शामिल किया, दिल से आभार पम्मी जी ! सप्रेम वन्दे !
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