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रविवार, 19 नवंबर 2023

3949 गर्व है अपने पूर्वजों पर उनके धर्म रक्षण पर

 सादर अभिवादन
रचनाएं देखिए..




गर्व है अपने पूर्वजों पर
उनके धर्म रक्षण पर
 
सनातन से विमुख हुए नहीं जो
किसी ओर संप्रदाय के हुए नहीं जो
किया नहीं स्वधर्म त्याग
संजो रखे धार्मिक संस्कार




तीसर दिवस देने सांझ के अरगिया,
पग-पग दण्डवत देई छठी मैया,
अस्तगामी सुरुज मनाय।

चौथ दिवस भिनसार अरगिया,
सूप लेके पनिया में ठाढ़ छठी मैया,
उदीयमान से माँगे आशीर्वाद।




जिसे लूटना था उसे तेरी एक नजर ने लूट लिया
इश्क में नाकाम सा जमाने भर का पहरा रह गया।

हरसिंगार झरता रहा पूरी रात चांदनी को पीते हुए
ओस से लिपटकर वह सुबह तक बिखरा रह गया।




कभी भविष्य में जब लगेगा कि कुछ लिखने के काबिल हो गया हूँ 
तो इसे एडिट करने की कोशिश रहेगी। अभी भी थोड़ा बहुत की है। 
हो सकता है भविष्य में और जरूरत लगे। बहरहाल अभी तो इसे ही पढ़िए।

आज बस
कल  फिर मिलेंगे
सादर

3 टिप्‍पणियां:

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