सादर अभिवादन
दिन भर ब्लॉगों पर लिखी पढ़ी जा रही 5 श्रेष्ठ रचनाओं का संगम[5 लिंकों का आनंद] ब्लॉग पर आप का ह्रदयतल से स्वागत एवं अभिनन्दन...
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मंगलवार, 25 अप्रैल 2023
3738 ..मोह निद्रा त्याग के तू छोड़ दे आलस्य मानव
5 टिप्पणियां:
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सुन्दर संकलन ..आभार ..मेरी रचना बैसाखी की धूम को संकलन में शामिल करने के लिए
जवाब देंहटाएंसुन्दर संकलन
जवाब देंहटाएंसंसार में जो कुछ भी हो रहा है वह सब ईश्वरीय विधान है। हम और आप तो केवल निमित्त मात्र हैं। इसीलिये कभी भी ये भ्रम न पालें कि "मै" न होता तो क्या होता..!!
जवाब देंहटाएंबहुत ही सारगर्भित एवं चिंतनपरक भूमिका के साथ लाजवाब प्रस्तुति...
सभी लिंक्स बेहद उम्दा एवं पठनीय ।
आभार
हटाएंसच में
मन में आता गया
लिखती गई
सादर
बहुत ही सुंदर पठनीय अंक। मेरी रचना को शामिल करने के लिए आपका आभार और अभिनंदन।
जवाब देंहटाएं