सादर नमस्कार
दिन भर ब्लॉगों पर लिखी पढ़ी जा रही 5 श्रेष्ठ रचनाओं का संगम[5 लिंकों का आनंद] ब्लॉग पर आप का ह्रदयतल से स्वागत एवं अभिनन्दन...
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बुधवार, 26 अप्रैल 2023
3739 ...मन में विश्वास ऐसा जगा धीरे - धीरे
5 टिप्पणियां:
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सुंदर अंक
जवाब देंहटाएंगुलज़ार साहब की रचना
याद दिलाती है फिल्म आनन्द की
शायद ये डाक्टर अभिषेक बेनर्जी के लिए
लिखी गई होगी
आभार...
सादर.…
बहुत सुन्दर पुष्प गुच्छ सी प्रस्तुति में सम्मिलित करने के लिए आपका बहुत बहुत आभार, सादर …।
जवाब देंहटाएंहर बार की तरह , इस बार भी , विश्वास की पुनरावृत्ति है पांच लिंकों की हलचल. संवेदनशील रचनाओं की भावांजलि में चन्दन वंदन भी गूँथने के लिए हार्दिक धन्यवाद, आदरणीय.
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंउत्कृष्ट लिंकों से सजी लाजवाब प्रस्तुति..
जवाब देंहटाएंमेरी रचना को भी यहाँ स्थान देने हेतु हृदयतल से धन्यवाद एवं आभार आपका । सभी रचनाकारों को बधाई एवं शुभकामनाएं ।