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बुधवार, 28 दिसंबर 2022

3621..बदलते लम्हें और बदलते,जुड़ते रिश्ते..

 ।।उषा स्वस्ति।।

"रसमसाती धूप का ढलता पहर,

ये हवाएं शाम की, झुक-झूमकर बरसा गईं,

रोशनी के फूल हरसिंगार-से,

प्यार घायल सांप-सा लेता लहर,

अर्चना की धूप-सी तुम गोद में लहरा गईं..!!"

धर्मवीर भारती

हानि-लाभ,जीवन-मरण,यश-अपयश विधि-विधान,कर्ज-फर्ज का दामन थामे आगे बढ़ चले कि ये जिदंगी अब सवाल कम करेगी।लिजिए ये साल भी चला और हम सभी की प्रस्तुतियाँ अपने अपने अंदाज में..

वफ़ा  कहाँ  है, कहीं  कसर है

नजर  उठाओ, नज़र   अगर है

भली  मुहब्बत, कभी   नहीं थी

भला  यही  है, बचा  भँवर  है..

ब्लॉग से इतर..हम..कुछ दिनों से फर्ज के दामन से..ये रस्में जानी पहचानी सी कुछ अपनी सी,पनीली आँखों की कहानी सी..



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इल्लियाँ और तितलियाँ

 बेचैन हैं कुछ इल्लियाँ
तितलियाँ बन जाने को
कर रही हैं पुरज़ोर कोशिश
निकलने की
कैद से अपने कोकून

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अस्आर मेरे


 कुछ अस्आर मु-फा-ई-लुन (1-2-2-2)×4

सुनों ये बात है सच्ची जहाँ दिन चार का मेला।

फ़कत दिन चार के खातिर यहां तरतीब का खेला। 

शजर-ए-शाख पर देखो अरे उल्लू लगे दिखने।

नहीं ये रात की बातें ज़बर क़िस्मत लगे लिखने।

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नई करेंसी धूम करेगी

 
रेशे-रेशे घुसे पड़े हैं दांतों में

भजिया अब घर नहीं बनेगी ।

जली पराली धुआँ भरा है साँसों में

भंडरिया क्या ख़ाक भरेगी ?


तपी दोपहर, चला नहीं..

 खास अंदाज में बयान करतीं कविता के साथ.. इक नजर इधर भी..

संबधों के आँच में पकी अनुबंध सारे..


🔶🔶


निगाहों की जद में आओ तो कहूँ,

गुनाहों की हद में आओ तो कहूँ।

कितनी मायाळी छुँयाळ* है ये आँखें,  

आँखों से आँख लड़ाओ तो कहूँ।

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हमारी मिट्टी की ख़ुशबू, हमारे लोक के आलोक की अनुपम झलक इन लोकगीतों संग कुछ पल








।।इति शम।।

धन्यवाद

पम्मी सिंह 'तृप्ति'..✍️


9 टिप्‍पणियां:

  1. शुभ प्रभात
    विवाहोंपरांत पम्मी सखी की इस बरस की अंतिम प्रस्तुति
    विवाह की झलकियां वजनदार बना रही है इस अंक को
    आभार
    सादर

    जवाब देंहटाएं
  2. बेटे बहू के संग आपको बधाई

    सुंदर प्रस्तुति

    जवाब देंहटाएं
  3. विवाह की सुंदर चित्रावलियों से सजी मनोरम प्रस्तुति। बेटे और बहू के सुखमय जीवन के लिए तहेदिल से शुभकामनाएं और बधाई ।
    मेरी रचना को शामिल करने के लिए हार्दिक आभार प्रिय पम्मी जी ।

    जवाब देंहटाएं
  4. प्रिय पम्मी जी; बेटे शादी की खुशियों की सुखद अनुभूतियों के साथ मंच पर आज आपका हार्दिक स्वागत है।आपने अपने जीवन के एक महत्त्वपूर्ण दायित्व का निर्वहन सफलतापूर्वक किया जिसके लिए आपको सपरिवार हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई ।नवयुगल को ढेरों शुभकामनायें और आशीष।उनका जीवन सदैव खुशहाल और निष्कंटक रहे यही कामना है।नवदम्पति के नव जीवन की शुरुआत के साथ आपके प्यारे परिवार की खुशियाँ अखंड रहें ईश्वर से यही प्रार्थना है।।और पंजाबी परिवारों की शादी का मुख्य आकर्षण उनका संगीत होता है।बहुत ही मनमोहक वीडियो साझा करने के लिए आभार आपका।
    एक बार फिर से अपनी साहित्यिक रचनाधर्मिता को गति देने के लिये विशेष आभार।सभी रचनाओं के रचनाकारों को सादर नमन। और सुन्दर चित्रों की छटा मंच पर बिखरने से प्रस्तुति यादगार बन गयी।नव युगल की मोहक मुस्कान मन को छू गई।
    ਲਖ ਖੁਸ਼ਿਯਾਂ ਪਾਤਸ਼ਾਹੀ ਜੇ ਸਤਗੁਰ ਨਦਰ ਕਰੇ।ਲਖ- ਲਖ ਬਧਾਇਆ 🙏🙏🙏🙏❤❤

    जवाब देंहटाएं
  5. सुंदर विस्तृत प्रतिक्रिया के लिए आभार।😊

    जवाब देंहटाएं
  6. बहुत सुंदर प्रस्तुति.... सभी की रचनायें एक से बढ़कर एक.... सभी लेखकजनों को हार्दिक बधाई, पाठकजन को हार्दिक धन्यवाद एवं पंचलिंको का आनंद टीम का हृदय से आभार

    जवाब देंहटाएं

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