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मंगलवार, 22 फ़रवरी 2022

3312 ...योग्यताएँ इंसान के अन्दर जन्मजात होती हैं


सादर अभिवादन
फरवरी का अंतिम चरण
गनीमत ज़ियादा उत्पात नहीं मचा
फिर भी वक्त को कोई नहीं जानता
चलिए रचनाएँ देखें

दिक़्क़त


मैं उसके लायक़ नहीं हूँ
लेकिन मेरे लायक़
वही है
दिक़्क़त यही है




चुनाव का मौसम चल रहा है ! बड़े दुख की बात है कि मतदान के लिए लोगों को ‘जगाने’ के सारे भागीरथ प्रयत्न विफल हो गये । लेकिन उससे भी बडे दुख की बात यह है कि जो ‘जाग’ गये थे उनको हमारे अकर्मण्य तंत्र की खोखली कार्यप्रणाली ने दोबारा ‘सोने’ के लिये मजबूर कर दिया ।




लेखन और वाचन ऐंसे अद्भुत प्लेटफॉर्म हैं जो कि लाखों लोगों की
मनो दशाओं को पुनर्जीवित कर लेते हैं मगर ये सब उस पर निर्भर होता है
जो सुनता है या पढ़ता है। कुछ योग्यताएँ इंसान के अन्दर जन्मजात होती हैं।
जरूरी नही सबसे ज्यादा अभ्यास करने वाला ही सफल होता है।
अपने उन गुणों की पहिचान करना अत्यधिक जरूरी है।




हर रोज़ थक-हारकर टाँग देती हूँ ख़ुद को खूँटी पर  
जहाँ से मौन होकर देखती-सुनती हूँ दुनिया का जिरह  
कभी-कभी जीवित महसूस करने के लिए  
ख़ुद को पसार आती हूँ अँगना में अलगनी पर




पल , छिन, दिन, महीने, साल
कितने सुख से बीते थे
क्या मुझे ही ये लगता है
तुम्हारे लिये सब रीते थे ?




युग ये कैसा आ गया ,चरण वंदना धर्म।
झूठे का गुणगान ही ,बनता जीवन कर्म ।
अपने हित को साधिये,सदा देश उपरांत ।
देशप्रेम अनमोल है ,अडिग रहे सिद्धान्त।
सच्चाई की राह पर,रुको नहीं थक हार ।




बैठती मैं सागर तट अकेली
रेत का घर रोज बनाती
थकती नहीं मैं सदियों से
लहरे उसको रोज मिटाती
लहरे कहाँ रिश्ता निभाती


आज बस

सादर 

10 टिप्‍पणियां:

  1. बढ़िया संकलन मेरी रचना को स्थान देने के धन्यवाद

    जवाब देंहटाएं
  2. बहुत सुंदर संकलन
    साधुवाद आपको
    सभी रचनाकारों को बधाई

    सादर

    जवाब देंहटाएं
  3. सुंदर संकलन के लिए आपको
    साधुवाद
    सभी रचनाकारों को बधाई

    सादर

    जवाब देंहटाएं
  4. इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.

    जवाब देंहटाएं
  5. सार्थक सूत्रों का सुन्दर संकलन ! मेरे संस्मरण को आज की प्रस्तुति में स्थान दिया आपका हृदय से बहुत बहुत धन्यवाद एवं आभार यशोदा जी ! सप्रेम वन्दे !

    जवाब देंहटाएं
  6. दो के छह जादुई अंकों के साथ सुंदर प्रस्तुति प्रिय दीदी।। दोनों लेख तो लाजवाब लगे। साधना जी और राजेन्द्र जी दोनों के लेख सबको पढ़ने चाहिएं। बहुत बहुत आभार और अभिनंदन आपका इस सुन्दर प्रस्तुति के लिए 🙏🙏🌷🌷

    जवाब देंहटाएं

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