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बुधवार, 29 अगस्त 2018

1139..बारिशों में अहसान तो दोनों का रहता


।।प्रातः वंदन।।
बरसात का बादल तो दीवाना है क्या जाने

किस राह से बचना है किस छत को भिगोना है

निदा फ़ाज़ली



पर बारिशों में अहसान तो दोनों का रहता है मकान पे
बस जरा सा छत ने जता दिया तो नींव ने छुपा लिया..
 तो समय को जाया न करते हुए रूख करते है इन गूढ़ रूपी शब्दों के नींव की यानि कि मर्म की..
रचनाकारों के नाम क्रमानुसार पढ़ें...
आदरणीय दिगंबर नासवा जी
आदरणीय विश्वमोहन जी
आदरणीया कुसुम कोठरी जी
आदरणीया अपर्णा वाजपेयी जी और
आदरणीय जयन्ती  प्रसाद शर्मा जी.✍
🌹





बिगाड़ देता हूँ ज़ुल्फ़ तेरी

नहीं चाहता हवा के सर कोई इलज़ाम 

रखना चाहता हूँ तुझपे 

बस अपना ही इख़्तियार 

क़बूल है क़बूल है

आवारा-पन का जुर्म सो सो बार मुझे

🌹


मीत मेरे मन के

सौगात मेरे तन के!

जनमते ही चला

मिलने को तुमसे।

'प्रेय' पथ की मेरी

प्रेयसी हो तुम

🌹


मुस्ल्सल  बह गया तो फिर बस समंदर होगा ।

दिन ढलते ही आंचल आसमां का सूर्खरू होगा

रात का सागर लहराया न जाने कब सवेरा होगा।

तारों ने बिसात उठा ली असर अब  गहरा होगा
🌹


मैं इस बार मिलूँगी

भीड़ में निर्वस्त्र,

नींद जब भाग खड़ी होगी दूर

आँख बंद होने पर दिखेगी सिर्फ भीड़,

बाहें पसारते ही सिमट जायेगा तुम्हारा पौरुष,

तब, झांकना अपने भीतर

एक लौ जलती मिलेगी

वंही;
🌹


अभी कली है नहीं खिली है,

नहीं कर उनसे छेड़।

वे अबोध हैं तू निर्बोध है,

प्रीत की रीत का नहीं प्रबोध है।

समझेंगी वे चलन प्रेम का,

रे भ्रमर देर सवेर.....................मधुकर मत.......

🌹

हम-क़दम के चौतीसवें क़दम
का विषय...

यहाँ देखिए..
🌹



।।इति शम।।

धन्यवाद

पम्मी सिंह 'तृप्ति'✍


14 टिप्‍पणियां:

  1. शुभ प्रभात सखी
    आज नायाब हीरे चुने हौं आपने
    साधुवाद
    सादर....

    जवाब देंहटाएं
  2. बेहतरीन रचनाओं से सजी सुन्दर प्रस्तुति हेतु आदरणीय पम्मी जी को शुभकामनाएं ।

    जवाब देंहटाएं
  3. सुप्रभातम् पम्मी जी
    सुंदर पंक्तियाँ भूमिका की,बेहद उम्दा रचनाएँ है आज के संकलन में । एक शानदार प्रस्तुति की बधाई आपको और सभी रचनाकारों.को.हार्दिक शुभकामनाएं।

    जवाब देंहटाएं
  4. Suprabhat..

    सुबह सुबह चाय के साथ इतनी सुंदर कृतियां पड़कर आनंद आ गया।सबकी बहुत बहुत बधाई।सदर आभार इस प्रस्तुति के लिए।

    जवाब देंहटाएं
  5. सुंदर रचनाओं का संकलन इस हलचल में ...
    आभार मेरी रचना को जगह देने के लिए ...

    जवाब देंहटाएं
  6. प्रस्तुति का एक नया अंदाज़! वाह!!! तृप्ति मिली!!!

    जवाब देंहटाएं
  7. बेहतरीन रचनाएं सुंदर प्रस्तुति सभी रचनाकारों को बहुत बहुत बधाई

    जवाब देंहटाएं
  8. बहुत सुंदर प्रस्तुतिकरण

    जवाब देंहटाएं
  9. बहुत सुंदर संकलन। मेरी रचना को शामिल करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद।

    जवाब देंहटाएं
  10. सशक्त भुमिका बहुत कुछ गहराई से कहती ।
    विहंगम प्रस्तुति ,शानदार संकलन ।
    मेरी रचना को चुनने के लिये ढेर सा आभार पम्मी जी ।
    सभी रचनाकारों को बधाई।

    जवाब देंहटाएं

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