दिन भर ब्लॉगों पर लिखी पढ़ी जा रही 5 श्रेष्ठ रचनाओं का संगम[5 लिंकों का आनंद] ब्लॉग पर आप का ह्रदयतल से स्वागत एवं अभिनन्दन...
---
सोमवार, 6 फ़रवरी 2017
570....कुछ ना इधर कुछ ना उधर कहीं हो रहा था
5 टिप्पणियां:
आभार। कृपया ब्लाग को फॉलो भी करें
आपकी टिप्पणियाँ एवं प्रतिक्रियाएँ हमारा उत्साह बढाती हैं और हमें बेहतर होने में मदद करती हैं !! आप से निवेदन है आप टिप्पणियों द्वारा दैनिक प्रस्तुति पर अपने विचार अवश्य व्यक्त करें।
टिप्पणीकारों से निवेदन
1. आज के प्रस्तुत अंक में पांचों रचनाएं आप को कैसी लगी? संबंधित ब्लॉगों पर टिप्पणी देकर भी रचनाकारों का मनोबल बढ़ाएं।
2. टिप्पणियां केवल प्रस्तुति पर या लिंक की गयी रचनाओं पर ही दें। सभ्य भाषा का प्रयोग करें . किसी की भावनाओं को आहत करने वाली भाषा का प्रयोग न करें।
३. प्रस्तुति पर अपनी वास्तविक राय प्रकट करें .
4. लिंक की गयी रचनाओं के विचार, रचनाकार के व्यक्तिगत विचार है, ये आवश्यक नहीं कि चर्चाकार, प्रबंधक या संचालक भी इस से सहमत हो।
प्रस्तुति पर आपकी अनुमोल समीक्षा व अमूल्य टिप्पणियों के लिए आपका हार्दिक आभार।
बढ़िया प्रस्तुति। आभार यशोदा जी 'उलूक' के अखबार के एक बासी समाचार को शीर्षक पर जगह देने के लिये ।
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत धन्यवाद यशोदा जी, मेरे ब्लॉग ''खुदा के वास्ते'' की कविता 'वैक्यूम' को आजमाने के लिए.
जवाब देंहटाएंशुभदोपहर...
जवाब देंहटाएंसुंदर अति संदर...
सादर नमन...
उम्दा है आज की हलचल |
जवाब देंहटाएंमेरी रचना शामिल करने के लिए धन्यवाद |
बहुत सुन्दर हलचल प्रस्तुति.
जवाब देंहटाएं