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गुरुवार, 26 दिसंबर 2024

4349...ईसा ने कहा था ईश्वर प्रेम है...

शीर्षक पंक्ति: आदरणीया अनीता जी की रचना से।

सादर अभिवादन।

गुरुवारीय अंक में आज पढ़िए पाँच पसंदीदा रचनाएँ-

मौन और संवाद

4 टिप्‍पणियां:

  1. सुप्रभात ! नव वर्ष के लिए अग्रिम शुभकामनाएँ ! पठनीय रचनाओं के सूत्र, आभार !

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  2. सुंदर हलचल आभार मुझे आज की हलचल में शामिल किया आपने

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  3. मेरी चिंतनीय ब्लॉग पोस्ट सम्मिलित करने हेतु आपका बहुत बहुत आभार,,,,

    जवाब देंहटाएं

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