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मंगलवार, 10 सितंबर 2024

4242...मुझे हार स्वीकार

 मंगलवारीय अंक में
आपसभी का स्नेहिल अभिवादन।
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सोचती हूँ 
 विश्व के ढाँचें को अत्याधुनिक
 बनाने के क्रम में
ग्रह,उपग्रह, चाँद,मंगल के शोध,
 संचारक्रांति के नित नवीन अन्वेषण
सदियों की यात्राओं में बदलते
जीवनोपयोगी विलासिता के वस्तुओं का
आविष्कार,
जीवनशैली में सहूलियत के लिए
कायाकल्प तो स्पष्ट दृष्टिगोचर होता है
किंतु,
कुछ विचारधाराओं की कट्टरता का
समय की धारा के संपर्क में रहने के बाद भी
प्रतिक्रियाविहीन,सालों अपरिवर्तित रहना
विज्ञान,गणित,भौतिकी ,रसायन,
समाजिक या आध्यात्मिक 
किस विषय के सिद्धांत का
प्रतिनिधित्व करता है?
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आज की रचनाएँ

जज़्बा बहुत है लड़ने का किंतु,
शैतान को देनी मात नही आती। 

क्या बतलाएं तुमको हम जात अपनी,
सिवा इंसानियत कोई जात नहीं आती। 




बाँधव ही हैं सामने, मैं कैसे दूँ मार।
गांडीव गिरे हाथ से, मुझे हार  स्वीकार ।।16 ।।

पुत्र, पितामह, तात पर, कैसे छोडूं बाण। 
भाई-बाँधव मारकर, होगा क्या कल्याण ।। 






कर्म और भाग्य भी विरोधी बने
नींद भी बैठी रहीं सिरहाने पर
देव दृष्टि से भी रहे वंचित सदा
वक़्त भी आमदा रहा सितम ढाने पर





पर चाहतों का गुब्बारा उड़ता रहा
चाहते न चाहते
अटकते रहे, स्क्रॉल करते हुए
बातों मे आदरसूचक शब्दों के साथ भी
ढूंढते रहे, गुलाबी चमक
उम्र के ढलान पर
जीते रहे जिंदगी की आभासी शरारतों को




औरतों के प्रति जब कभी पुरानी धारणा की मुठभेड़ आधुनिकता से होती है, तो भारतीय मन-मनुष्य और समाज को पुरुषार्थ के उजाले में देखने-दिखाने के लिए मुड़ जाता है. पर हमारी परंपरा में पुरुषार्थ की साधना वही कर सकता है, जो स्वतंत्र हो. हिंदी साहित्य के शेक्सपीयर कहे जाने वाले प्रसिद्ध साहित्यकार भारतेंदु हरिश्चंद्र की ज़िंदगी में मल्लिका अकेली स्त्री नहीं थीं, जिनके साथ उनके संबंध थे, लेकिन मल्लिका का उनके जीवन में विशेष स्थान था. 

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आप सभी का आभार।
आज के लिए इतना ही 
मिलते हैं अगले अंक में।

5 टिप्‍पणियां:

  1. चाहतों का गुब्बारा उड़ता रहा
    चाहते न चाहते
    सुंदर अंक
    आभार..
    सादर

    जवाब देंहटाएं
  2. बहुत ही सुन्दर सार्थक और भावप्रवण संकलन बेहतरीन प्रस्तुति सादर

    जवाब देंहटाएं
  3. सुंदर प्रस्तुति, अर्जुन का विषाद भाग - 3 पाठकों तक पहुँचाने के लिए हार्दिक आभार

    जवाब देंहटाएं
  4. आज के इस बेहतरीन अंक में मेरी रचना को शामिल करने के लिए बहुत बहुत आभार 🙏बांकी सभी रचनाकारों को बहुत-बहुत बधाई

    जवाब देंहटाएं

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