सादर नमस्कार
दिन भर ब्लॉगों पर लिखी पढ़ी जा रही 5 श्रेष्ठ रचनाओं का संगम[5 लिंकों का आनंद] ब्लॉग पर आप का ह्रदयतल से स्वागत एवं अभिनन्दन...
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रविवार, 21 जुलाई 2024
4193 ...खुले बदन बारिश में, फिर भीगने की चाहत जागे
8 टिप्पणियां:
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सुंदर चयन
जवाब देंहटाएंआभार
वंदन
आभार दिग्विजय जी ।
जवाब देंहटाएंसुंदर अंक!
जवाब देंहटाएंसुंदर चयन
जवाब देंहटाएंबहुत शुक्रिया आपका
जवाब देंहटाएंगुरु पूर्णिमा पर एक सुंदर अंक प्रिय दीदी! समस्त गुरु सत्ता को कोटि- कोटि प्रणाम! मेरे लिए ब्लॉग पर मेरे साथी मेरे गुरु की भाँति रहे सभी को नमन और आभार! सुशील जी पुरानी कविता उनकी प्रचलित शैली से हटकर लगी! शेष सभी रचनाएँ भी बहुत सुंदर और सार्थक हैं! सभी रचनाकारों को शुभकामनाएं! आपको भी आभार! अनवरत सेवा का आपसे बड़ा कौन सा उदाहरण हो सकता है! ईश्वर आपकी ये जीवटता बनाये रखे यही दुआ है! 🙏
जवाब देंहटाएंसुन्दर अंक
जवाब देंहटाएंजी ! .. सादर नमन संग आभार आपका .. हमारी बतकही को मंच देने के लिए ...
जवाब देंहटाएंपर हमारे Blog में लोकेष्णा (लोकेषणा) जी की भाषा में लगे फफूँद के कारण कई सारे Comments Spam में चले जाते हैं, जिस कारण से अभी, प्रायः Spam देखने के क्रम में आपके संदेशे को देख पाया ... 🙏