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सोमवार, 6 मई 2024
4118 ..ख्वाहिश नहीं, मुझे मशहूर होने की
8 टिप्पणियां:
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येस गॉड का नाराज होना अच्छी बात नहीं है वो भी 2024 में :) l आभार यशोदा जी l
जवाब देंहटाएंसाहिब ! .. गुस्ताख़ी माफ़ ...
हटाएंगाँधी और नेहरू ख़ुद ही लिख गए हैं, इतिहास के पन्नों पर ढेर सारे अपने-अपने साफ़-सुथरे कारनामें;
समय और सोच हो तो कभी पटेल, बोस और सिंह को पड़ी लात व ज़बरन मात की भी बात लिखेंगे .. बस यूँ ही ...
तीनों बन्दरों के आँख, मुँह और बन्द कानों के कारण मचे उत्पात से, अब चौथे बन्दर की तलाश करेंगे,
अब इस पुरुष प्रधान समाज वाली सोच से इतर बन्दर के साथ एक बन्दरिया की भी मिलकर हम तलाश करेंगे .. बस यूँ ही ...
(भला कब तक हम तीनों बन्दरों में ही उलझे रहेंगे 🤔)
पटेल, बोस और सिंह के लिए आप हैं ना हजूर और बड़े हजूर भी :)
हटाएंसुन्दर अंक
जवाब देंहटाएंयशोदा सखी, इस अंक में लू के थपेड़े भी, मतभेद भी, पहाड़ों की ठंडक भी और अमलतास के फूल भी ! बात बनी ही नहीं.....लाजवाब हो गई ! बहुत बहुत धन्यवाद. नमस्ते.
जवाब देंहटाएंऔर मुंशी जी, सब देख रहे थे. जाने क्या-क्या लिख गए थे. पढ़ते-पढ़ते पता चलेगी बात !
जवाब देंहटाएंसुंदर रचनाओं का सुंदर संकलन।
जवाब देंहटाएंबढ़िया प्रस्तुति । आपका बहुत आभार मेरे ब्लॉग को इस प्रतिष्ठित मंच पर स्थान देने के लिए🌻
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