सादर अभिवादन
दिन भर ब्लॉगों पर लिखी पढ़ी जा रही 5 श्रेष्ठ रचनाओं का संगम[5 लिंकों का आनंद] ब्लॉग पर आप का ह्रदयतल से स्वागत एवं अभिनन्दन...
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रविवार, 14 अप्रैल 2024
4096 ..छाँव थी तेरे साथ की बेरहम धूप ने राख किया।
4 टिप्पणियां:
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जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर अंक
जवाब देंहटाएंबेहतरीन अंक
जवाब देंहटाएंपुनः इस पटल पर अपने को पाकर बेहद ख़ुशी हो रही है और इसके लिए मैं खुद को दोषी मानती हूँ क्योंकि ब्लॉग को हम कमतर आंकने लगे या फिर फेसबुक की मृगमरीचिका में फँस कर अपनत्व भरे परिवार से दूर हो रहे थे।
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