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बुधवार, 3 अप्रैल 2024

4085..वह रोज मिल जाती है..

।।प्रातःवंदन।।

" सजल है कितना सवेरा!

गहन तम में जो कथा इसकी न भूला,

अश्रु उस नभ के, चढ़ा शिर फूल फूला,

झूम-झुक-झुक कह रहा 'हर श्वास तेरा'!

ले उषा ने किरण-अक्षत हास-रोली,

रात अंकों से पराजय-रेख धो ली,

राग ने फिर साँस का संसार घेरा!"

महादेवी वर्मा

बुधवारिय प्रस्तुतिकरण और बिसात हमारी कुछ इस तरह ✍️



प्रेम की कविता

वह रोज मिल जाती है

कभी बीच सड़क

कभी गली में

कभी छत पे

कभी झरोखे से..

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पुस्तक समीक्षा । मन का फेर । समीक्षक: मनोरमा पंत

 

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आज सुबह हम केवड़िया से साढ़े आठ बजे रवाना हुए और शाम को सात बजे गिर पहुँच गये। संपूर्ण गुजरात में ही सड़कें बहुत अच्छी हैं, और इस मार्ग पर यातायात भी अधिक नहीं था। हमारा
✨️
तुमने कहा लिखो कविता मेरे पर
चली गयीं फिर दूर, चाहे कुछ पल के लिए

हालांकि तुम जानतीं थीं
मेरी हर कविता तुमसे शुरू हो कर
✨️

जानिए उस कच्चातिवु द्वीप का इतिहास, जिसे लेकर कांग्रेस पर हमलावर है मोदी सरकार


 




भारत और श्रीलंका के बीच पाक जलडमरू मध्‍य में स्थित एक छोटे से द्वीप कच्चातिवु को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले बीजेपी सरकार और कांग्रेस के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। यह द्वीप भारत के तमिलनाडु राज्‍य के करीब है। 
।।इति शम।।
धन्यवाद 
पम्मी सिंह ' तृप्ति '..✍️

2 टिप्‍पणियां:

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