---

बुधवार, 1 नवंबर 2023

3931...चौथ का चाँद गगन में...

 ।। प्रातः वंदन।।

शरद चांदनी बरसी

अँजुरी भर कर पी लो

ऊँघ रहे हैं तारे

सिहरी सरसी

ओ प्रिय कुमुद ताकते

अनझिप क्षण में

तुम भी जी लो ।

~अज्ञेय

लिजिए आज की पेशकश में शामिल 

एक गीत -करवा चौथ से .✍️


एक चौथ का

चाँद गगन में

अनगिन नदी किनारे

कहाँ स्वर्ग में

ऐसी

पूरनमासी होती प्यारे.

🌟

ओह अक्तूबर



कितनी यादें लेकर आते हो साथ

मन तोला-माशा होता है।

बिस्तर पर चाँदनी का सोना

हरसिंगार का खिलना-महकना-गिरना

🌟

प्रेम ...

दूर तक रेत पर

नहीं गिरी थीं बारिश की बूँद

पर थी मिट्टी की सोंधी महक

छू रहा था बदन को

नमी का गहरा एहसास.

.🌟

भैंस, भैंस की बात ठहरी

ना ही अभिमान करती, ना स्व:गुणगान गाती,

🌟

ध्वनि

मैं रोज़ जीती हूँ एक कविता

और रोज़ ही पी जाती हूँ उसे 

अपनी श्वासों में घोलकर।

मैं रोज़ जीती हूँ एक ज़िंदगी

और दिन ढलने के साथ ही...

।। इति शम।।

धन्यवाद

पम्मी सिंह 'तृप्ति'

7 टिप्‍पणियां:

  1. भीनी हलचल … आभार मेरी रचना को जगह देने के लिए 🌹🌹

    जवाब देंहटाएं
  2. आदरणीया मैम, सादर प्रणाम । शरद ऋतु का सौन्दर्य और त्योहारों के उल्लास से भरी हुई सुंदर एवं भावपूर्ण प्रस्तुति । हर एक रचना पढ़ कर आनंद आया । स्वहि रचनाएं शुभता और शांति की अनुभूति कराती है । भैंस -भैंस की बात है का लिंक नहीं है । हार्दिक आभार इस सुंदर प्रस्तुति के लिए एवं पुनः प्रणाम ।

    जवाब देंहटाएं
  3. आपका हृदय से आभार. बहुत अच्छे लिंक्स.

    जवाब देंहटाएं

आभार। कृपया ब्लाग को फॉलो भी करें

आपकी टिप्पणियाँ एवं प्रतिक्रियाएँ हमारा उत्साह बढाती हैं और हमें बेहतर होने में मदद करती हैं !! आप से निवेदन है आप टिप्पणियों द्वारा दैनिक प्रस्तुति पर अपने विचार अवश्य व्यक्त करें।

टिप्पणीकारों से निवेदन

1. आज के प्रस्तुत अंक में पांचों रचनाएं आप को कैसी लगी? संबंधित ब्लॉगों पर टिप्पणी देकर भी रचनाकारों का मनोबल बढ़ाएं।
2. टिप्पणियां केवल प्रस्तुति पर या लिंक की गयी रचनाओं पर ही दें। सभ्य भाषा का प्रयोग करें . किसी की भावनाओं को आहत करने वाली भाषा का प्रयोग न करें।
३. प्रस्तुति पर अपनी वास्तविक राय प्रकट करें .
4. लिंक की गयी रचनाओं के विचार, रचनाकार के व्यक्तिगत विचार है, ये आवश्यक नहीं कि चर्चाकार, प्रबंधक या संचालक भी इस से सहमत हो।
प्रस्तुति पर आपकी अनुमोल समीक्षा व अमूल्य टिप्पणियों के लिए आपका हार्दिक आभार।