---

मंगलवार, 9 मई 2023

3752 ..आज की प्रस्तुति कुछ बड़ी हो गई है

 सादर अभिवादन

आज नोबेल पुरस्कार विजेता
रबीन्द्रनाथ टैगोर का जन्मदिन है
रबीन्द्रनाथ ठाकुर का जन्म 7 मई, 1861 कलकत्ता (वर्तमान कोलकाता) में देवेंद्रनाथ टैगोर और शारदा देवी के पुत्र के रूप में एक संपन्न बांग्ला परिवार में हुआ था। बहुमुखी प्रतिभा के धनी श्री टैगोर सहज ही कला के कई स्वरूपों की ओर आकृष्ट हुए जैसे- साहित्य, कविता, नृत्य और संगीत। दुनिया की समकालीन सांस्कृतिक रुझान से वे भली-भाँति अवगत थे। साठ के दशक के उत्तरार्ध में टैगोर की चित्रकला यात्रा शुरू हुई। यह उनके कवित्य सजगता का विस्तार था। हालांकि उन्हें कला की कोई औपचारिक शिक्षा नहीं मिली थी उन्होंने एक सशक्त एवं सहज दृश्य शब्दकोश का विकास कर लिया था। श्री टैगोर की इस उपलब्धि के पीछे आधुनिक पाश्चात्य, पुरातन एवं बाल्य कला जैसे दृश्य कला के विभिन्न स्वरूपों की उनकी गहरी समझ थी।


सादर प्रणाम दीदी
बार बार दिन ये आये,
बार बार दिल ये गाये।
तुम जिओ हजारों साल,
ये मेरी है आरज़ू।

अब देखिए रचनाएँ


क्या ऐसा ही कुछ हुआ जो आपका विचार बदल गया? अभी-अभी तो चंद दिन गुजरे.... सरस्वती पूजा को शादी हुई और प्यार दिवस पर ऐसे सौगात की उम्मीद तो न थी। वेणी, बेड़ी नहीं हो सकती...। अगर ऐसा हुआ होता तो रामायण नहीं लिखा गया होता!"




ट्रेन में बैठते ही प्रदीप ने अपनी बंद मुट्ठी खोलकर देखी तो आँखों में नमी और होठों में मुस्कुराहट खिल उठी ।  साथ बैठे दोस्त राजीव ने उसे देखा तो आश्चर्यचकित होकर पूछा, "क्या हुआ ? तू हँस रहा है या रो रहा है " ?

आज की प्रस्तुति कुछ बड़ी हो गई है
क्षमा करिएगा
सादर


आज के लिए बस
सादर

4 टिप्‍पणियां:

  1. गुरुदेव टैगोर का जन्मदिन 7 मई को और
    आदरणीया का 8 मई को
    हमारी ओर से भी नमन और वंदन के संग बधाई

    शुभकामनाओं के संग हार्दिक आभार आपका

    श्रमसाध्य प्रस्तुति हेतु साधुवाद

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. जी दीदी
      पर प्रस्तुति कल बनकर शिड्यूल हो गई थी,और आज वीर महाराणा प्रताप की जयन्ती है,
      सादर वन्दे....।

      हटाएं
  2. आज अभी तक बारह लोग पढ़ें इस प्रस्तुति को पर सबको समयाभाव था शायद इसीलिए बढ़िया/घटिया भी नहीं लिख पाए
    सादर

    जवाब देंहटाएं
  3. इतनी बड़ी प्रस्तुति मे मेरी भी बड़ी सी रचना को स्थान देने हेतु दिल से धन्यवाद एवं आभार आपका ।
    एकला चलो दोकला लिंक्स के साथ 😄😄
    नमन आदरणीय गुरुदेव को 🙏🙏
    आदरणीया संगीता जी को भी शुभ जन्मदिवस की अनंत शुभकामनाएं एवं बधाइयां
    🙏🙏

    जवाब देंहटाएं

आभार। कृपया ब्लाग को फॉलो भी करें

आपकी टिप्पणियाँ एवं प्रतिक्रियाएँ हमारा उत्साह बढाती हैं और हमें बेहतर होने में मदद करती हैं !! आप से निवेदन है आप टिप्पणियों द्वारा दैनिक प्रस्तुति पर अपने विचार अवश्य व्यक्त करें।

टिप्पणीकारों से निवेदन

1. आज के प्रस्तुत अंक में पांचों रचनाएं आप को कैसी लगी? संबंधित ब्लॉगों पर टिप्पणी देकर भी रचनाकारों का मनोबल बढ़ाएं।
2. टिप्पणियां केवल प्रस्तुति पर या लिंक की गयी रचनाओं पर ही दें। सभ्य भाषा का प्रयोग करें . किसी की भावनाओं को आहत करने वाली भाषा का प्रयोग न करें।
३. प्रस्तुति पर अपनी वास्तविक राय प्रकट करें .
4. लिंक की गयी रचनाओं के विचार, रचनाकार के व्यक्तिगत विचार है, ये आवश्यक नहीं कि चर्चाकार, प्रबंधक या संचालक भी इस से सहमत हो।
प्रस्तुति पर आपकी अनुमोल समीक्षा व अमूल्य टिप्पणियों के लिए आपका हार्दिक आभार।