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शनिवार, 28 मई 2022

3407... वर्तिका

ई बुक 170 में उपलब्ध है

मैन बुकर पुरस्कार फ़ॉर फ़िक्शन जिसे लघु रूप में  बुकर पुरस्कार भी कहा जाता है, राष्ट्रकुल या आयरलैंड के नागरिक द्वारा लिखे गए मौलिक अंग्रेजी उपन्यास के लिए हर वर्ष दिया जाता है।

बुकर पुरस्कार की स्थापना सन् 1969 में इंगलैंड की बुकर मैकोनल कंपनी द्वारा की गई थी। इसमें 60 हज़ार पाउण्ड की राशि विजेता लेखक को दी जाती है।
2008 वर्ष का पुरस्कार भारतीय लेखक अरविन्द अडिग को दिया गया था।

2022 का हिन्दी की जानी मानी लेखिका *गीतांजलि श्री* को इंटरनेशनल *बुकर* प्राइज़ मिला है।

वो हिन्दी की *पहली* लेखिका हैं जिन्हें ये पुरस्कार मिला है। ये पुरस्कार उनके उपन्यास ‘रेत समाधि‘ के *अंग्रेज़ी* अनुवाद ‘Tomb of sand’ के लिये मिला है। अनुवाद *डेज़ी रॉकवेल* ने किया है।


हाज़िर हूँ...! पुनः 
उपस्थिति दर्ज हो...

आओ खेलें खेल—-
41 वर्ष बाद हम फिर ले आए सोना।
नीरज चोपड़ा ने भाला फेंका
पुलकित हो गया कोना कोना।
इस ग्रह के हर हिस्से में औरत किसी न किसी
अपराध की शिकार होती ही है।
ज्यादा बड़ा अपराध घर के भीतर का जो
अमूमन खबर की आंख से अछूता रहता है।
या फिर एक चश्मा बनी
जैसे झरने से पानी उड़ता है
मैं पानी की बूंदें
तेरे बदन पर मलूँगी
नये हाथ से, वर्तमान का रूप सँवारो
नयी तूलिका से चित्रों के रंग उभारो
नये राग को नूतन स्वर दो
भाषा को नूतन अक्षर दो
तुम चप्पू भले चलाओ
घाट से बंधन नहीं खोल सकोगे 
उड़ान कितनी ऊँची कर लो
चरखी से डोर नहीं खोल सकोगे

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पुनः भेंट होगी...
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9 टिप्‍पणियां:

  1. सादर नमन
    सदाबहार प्रस्तुति..
    नई जानकारी
    बुकर के बारे मे..
    आभार..
    सादर..

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  2. जी दी,
    वैश्विक पटल पर हिंदी साहित्य को गर्वित करने वाली,स्त्री लेखन को नयी पहचान देने वाली, लेखकों को प्रेरित करने वाली लेखिका गीतांजलि श्री को हृदय से बधाई। हम सभी के लिए आह्लाद का क्षण है।
    वर्तिका की सभी रचनाएँ बेहतरीन हैं।
    भावार्थ का कविता विश्लेषण प्रभावशाली है।
    एकांत का उत्सव भावपूर्ण है।
    हमेशा की तरह बेहतरीन,पठनीय संकलन दी।

    प्रणाम दी
    सादर।

    जवाब देंहटाएं
  3. हिंदी साहित्य जगत में एक स्त्री गीतांजलि श्री ने अपना नाम दर्ज कराया है , यह हिंदी के हर लेखक के लिए गौरवान्वित होने का क्षण है । गीतांजलि श्री को हमारी शुभकामनाएँ और बधाई पहुँचे ।
    सभी लिंक्स उम्दा हैं ।

    जवाब देंहटाएं
  4. बहुत अच्छी हलचल प्रस्तुति

    जवाब देंहटाएं
  5. इस सुंदर संकलन के लिए बधाई दीदी ।
    गीतांजलि श्री जी को हिंदी साहित्य के लिए बुकर पुरस्कार मिलना बहुत ही हर्ष का विषय है । मेरी उन्हें हार्दिक शुभकामनाएं 💐💐

    जवाब देंहटाएं
  6. इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.

    जवाब देंहटाएं
  7. हिन्दी को बुकर पुरस्कार तक ले जाने वाली गीता श्री को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं।ये समस्त हिन्दी प्रेमियों के लिए गौरवान्वित होने का पल है।वर्तिका नामक रचनाकारों की भावपूर्ण रचनायें और अन्य रचनाएँ बढ़िया लगी।अमृता जी प्रीतम की सुप्रसिद्ध रचना पढ़कर बहुत अच्छा लगा।दूसरी रचनाएँ भी बेहतरीन लगीं।हार्दिक आभार और प्रणाम प्रिय दीदी 🙏🙏🌹🌹♥️♥️

    जवाब देंहटाएं

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