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शनिवार, 21 मई 2022

3400... अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस

 

हाज़िर हूँ...! पुनः उपस्थिति दर्ज हो...


चाय का इतिहास बहुत पुराना है. कहा जाता है कि लगभग 2700 ईसापूर्व चीनी शासक शेन नुंग बगीचे में बैठकर गर्म पानी पी रहे थे. इसी दौरान उनके कप में एक पेड़ की पत्ती आ गिरी. इसके बाद पानी का रंग बदल और महक भी उठी. जब राजा ने पत्ती वाले पानी के चखा तो उन्हें एक अलग स्वाद आया जो उन्हें अच्छा लगा. कुछ इस तरह से चाय का अविष्कार हुआ।


कुछ कथाओं में ऐसा भी कहा जाता है कि बौद्ध भिक्षुों द्वारा चाय का इस्तेमाल औषधि के रूप में किया जाता था और यहीं से चाय की शुरुआत हुई. वहीं भारत में चाय लाने का श्रेय ब्रिटेश ईस्ट इंडिया कंपनी को दिया जाता है. आज चाय किसी परिचय की मोहताज नहीं है. घरों और बजारों में चाय के कई प्रकार मौजूद हैं. जैसे - वाइट टी, ब्लैक टी,  ग्रीन टी,  ओलांग टी और हर्बल टी आदि. भारत में चाय का सबसे ज्यादा उत्पादन असम राज्य में किया जाता है

मेरी तस्वीर देखकर भ्रम में ना पड़ें कि मैं चाय पीती हूँ.... कुछ बातें दिखावा की भी होती...

शुक्रिया

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पुनः भेंट होगी...
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13 टिप्‍पणियां:

  1. शुभकामनाएं..
    सदाबहार
    सदा की तरह..
    सादर नमन

    जवाब देंहटाएं
  2. चायम मधुरम,
    दृश्यम मधुरम,
    अंकम मधुरम,
    मधुरम मधुरम !
    दीदी को सादर अभिवादन सहित चाय दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं🌹❤️

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  3. वाह!
    आज सुबह चाय पीते पीते,
    इस पूरे पोस्ट को पढ़ गया।
    समय और आकाश को लांघते,
    जायकों के कई सोपान चढ़ गया।

    जवाब देंहटाएं
  4. ,चाय की शौकीन नहीं है आप,
    पर आपने जो चाय के स्वादिष्ट फ्लेवर से सुवासित आज का अंक पेश किया है, ताज़गी का एहसास करा रहा।
    चाय पर कविता पूरी नहीं सुने हैं बाकी सभी रचनाएँ बहुत अच्छी हैं।
    आपकी प्रस्तुति यह अंदाज़ बहुत बहुत बहुत लुभवना लगता है।
    प्रणाम दी
    सादर।

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  5. मेरी अल्हड़ सी जिंदगी
    कुल्हड़ की चाय में सिमट गई
    उनका आना जाना
    और मेरा वो
    नुक्कड़ पे ठहर जाना
    मेरा वक़्त का
    वो पाबंद हो जाना

    जवाब देंहटाएं
  6. चाय पे चर्चा.. अलग ही अंदाज।
    बहुत बढ़ियाँ।

    जवाब देंहटाएं
  7. एक साथ में दे गई, मजे सुन्दरी तीन।
    सुबह गुनगुनी धूप संग, चाय और नमकीन।।
    सुन्दर लेख के लिए बधाई

    जवाब देंहटाएं
  8. जब तुम संग ले चुस्कियाँ चाय की,
    कभी तो वो सुबह आये,
    इक पल तो नाम तुम्हारे हो
    भले जीवन वहीं बस थम जाये!////
    अविस्मरणीय अंक।यहाँ आकर पता चला आज चाय दिवस है।तभी समस्त ब्लॉग जगत चाय की चुस्कियाँ ले रहा।हार्दिक आभार और प्रणाम प्रिय दीदी।♥️♥️🌺🌺🙏

    जवाब देंहटाएं
  9. चाय दिवस पर चाय पीते हुए फोटो बढ़िया लग रही है ..... चाय पर निराला अंक बढ़िया लगा .

    जवाब देंहटाएं

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