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शनिवार, 2 अप्रैल 2022

3351 शुभकामनाओं के संग बधाई

         हाज़िर हूँ...! पुनः उपस्थिति दर्ज हो...


इस साल चैत्र नवरात्रि की शुरूआत 2 अप्रैल 2022 यानि आज से होगा और इसका समापन 11 अप्रैल 2022 को होगा। ऐसे में इस साल चैत्र नवरात्रि पूरे नौ दिन मनाई जाएगी। कोई भी तिथि क्षय नहीं है


चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि के साथ हिन्दू नववर्ष और गुड़ी पड़वा पर्व भी मनाया जाता है. देशभर के कई हिस्सों ,कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश में धूमधाम से मनाया जाता है.

जिम्मेदारी

ललिता, विशाखा, राधा रानी बेटी होती नहीं

यशोदा दुलारे नन्द नंदन नचाता कौन ?

अनुसुइया जैसी बेटी, तप्साधिका न होती

पालने में ब्रह्मा, विष्णु, रूद्र को झुलाता कौन ?

सब कुछ होता, पर एक बात सोच लेना

कविता न होती, तो यह कविता सुनाता कौन ?

जिम्मेदारी

एक दिन हम भी कफ़न ओढ़ जाएंगे

हर एक रिश्ता इस ज़मीन से तोड़े जाएंगे

जितना भी चाहे सतालो यारो

एक दिन रोता गए सबको छोड़ जाएंगे।

सबके कर्जे चुका दूं

मरने से पहले ऐसी मेरी नीयत है

जिम्मेदारी

देश की सेवा कर्ज नही , हमारा फ़र्ज़ हैं ।

दुःखी की  मदद खर्च नही , मेरा दर्द है ।

आज देश के लिए लड़ता जा रहा हूँ ।

प्यारे तिरंगे में लिपट कर जा रहा हूँ ।

दो दिन की ज़िंदगी को वतन के नाम ।

कल फिर वापस लड़ने आ रहा सलाम ।

हिन्दुस्तान की बारी

है एक ही दरख़्वास्त अब इंसाफ़ होना चाहिए,

शहीदों के बलिदान का अब हिसाब होना चाहिए.

सौंप दो कश्मीर उनको या दो इज़ाज़त युद्ध की,

दुश्मनों की नापाक हरकत ना माफ होना चाहिए.

देश की जनता की रक्षा की हम पर जिम्मेदारी है,

बहुत हो चुका समझौता

बेचारा या बेचारी : नर या नारी

एक चुटकी सिंदूर मुट्ठी भर जिम्मेदारी :-

बात एक चुटकी सिंदूर की नहीं अपितु उस उत्तरदायित्व की है जो वह उसके नाम पर वहन करती है!

वह भी बिना किसी दबाव के ! 

घर – संसार, मान – मर्यादा आदि को अपना कर्तव्य बना प्रत्येक परिस्थिति से सामंजस्य बैठाती हुई

अपने जीवन पथ पर आगे बढ़ जाती है !

पुरुष के अहम को संतुष्ट करने वाली नारी कमजोर कैसे हो सकती है:-

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पुनः भेंट होगी...
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5 टिप्‍पणियां:

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