-सखी श्वेता की वाल से
दिन भर ब्लॉगों पर लिखी पढ़ी जा रही 5 श्रेष्ठ रचनाओं का संगम[5 लिंकों का आनंद] ब्लॉग पर आप का ह्रदयतल से स्वागत एवं अभिनन्दन...
---
सोमवार, 4 अक्टूबर 2021
3171 ...कहाँ गए वो निस्वार्थी सच्चे ईमानदार लोग
-सखी श्वेता की वाल से
7 टिप्पणियां:
आभार। कृपया ब्लाग को फॉलो भी करें
आपकी टिप्पणियाँ एवं प्रतिक्रियाएँ हमारा उत्साह बढाती हैं और हमें बेहतर होने में मदद करती हैं !! आप से निवेदन है आप टिप्पणियों द्वारा दैनिक प्रस्तुति पर अपने विचार अवश्य व्यक्त करें।
टिप्पणीकारों से निवेदन
1. आज के प्रस्तुत अंक में पांचों रचनाएं आप को कैसी लगी? संबंधित ब्लॉगों पर टिप्पणी देकर भी रचनाकारों का मनोबल बढ़ाएं।
2. टिप्पणियां केवल प्रस्तुति पर या लिंक की गयी रचनाओं पर ही दें। सभ्य भाषा का प्रयोग करें . किसी की भावनाओं को आहत करने वाली भाषा का प्रयोग न करें।
३. प्रस्तुति पर अपनी वास्तविक राय प्रकट करें .
4. लिंक की गयी रचनाओं के विचार, रचनाकार के व्यक्तिगत विचार है, ये आवश्यक नहीं कि चर्चाकार, प्रबंधक या संचालक भी इस से सहमत हो।
प्रस्तुति पर आपकी अनुमोल समीक्षा व अमूल्य टिप्पणियों के लिए आपका हार्दिक आभार।
बड़े ही सुन्दर सूत्रों की प्रस्तुति..
जवाब देंहटाएंआभार पंडित जी
हटाएंसादर पालागी
बेहतरीन रचनाओं से सजी बहुत ही उम्दा रचना
जवाब देंहटाएंमेरी रचना को सामिल करने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद🙏
बहुत बढ़िया प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंबहुत ही बढियां संकलन
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर सार्थक सूत्रों का संकलन, बहुत बहुत शुभकामनाएं आदरणीय दीदी 🙏
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुंदर भूमिका सार्थक संदेश देती श्वेता दी की क़लम कमाल की है। बेहतरीन संकलन में मुझे स्थान देने हेतु दिल से आभार आदरणीय यशोदा दी जी।
जवाब देंहटाएंसभी को बधाई।
सादर