कल फिर
दिन भर ब्लॉगों पर लिखी पढ़ी जा रही 5 श्रेष्ठ रचनाओं का संगम[5 लिंकों का आनंद] ब्लॉग पर आप का ह्रदयतल से स्वागत एवं अभिनन्दन...
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सोमवार, 27 सितंबर 2021
3164...ये मत समझिएगा कि आज संगीता दीदी नहीं हैं, वे हर सोमवार को आएंगी..
7 टिप्पणियां:
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आदरणीय दीदी
जवाब देंहटाएंक्षमा, आपकी अनुमति के बिना आपके ब्लॉग से लिंक लाई
इसी बहाने आपकी शुरुआती कलम की धार दिखी
सारी कविताएं शानदार हैं
सादर
सुप्रभात !
जवाब देंहटाएंएक से बढ़कर एक रचनाओं का सुंदर पुष्पगुच्छ ।यशोदा दीदी आपका बहुत आभार इतनी सुंदर और सार्थक रचनाओं को साझा करने के लिए । आप दोनों को मेरी हार्दिक शुभकामनाएं 💐💐
बहुत सुंदर।
जवाब देंहटाएंएक नवीन अनुभूति लिए
जवाब देंहटाएंगहन चिंतन और सादगी से
जीवन के गूढ़ रहस्यों को
टटोलती संगीता दी की
पुरानी रचनाओं को पढ़वाने के लिए
बहुत आभार दी।
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सादर।
इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंआदरणीय दीदी , संगीता दीदी की भावपूर्ण रचनाओं से शोभायमान पांच लिंक पर आकर आज बहुत अच्छा लग रहा है | भले, संगीता दीदी से औपचारिक परिचय कुछ ही महीने पहले हुआ है, पर उनके स्नेह की प्रगाढ़ता बहुत गहरी आत्मीयता का आभास कराती है | सरलता , सहजता से स्नेह का निर्वहन करना उन्हें खूब आता है | उनकी रचनाएँ भी उतनी ही सरल और सहज हैं | पाँच लिंकों से उनका जुड़ना पाठकों और रचनाकारों के लिए बहुत शुभ रहा | आज की सादगी भरी रचनाओं में उनके विचारों और चिंतन के नए रंग मिले | दीदी को ढेरों शुभकामनाएं और बधाई | यद्यपि ब्लॉग से कुछ दूर हूँ इन दिनों पर पाँच लिंक तो जीवन की दिनचर्या का अनिवार्य और अभिन्न अंग है | सो , आज संगीता दीदी की रचनाओं का आनन्द ले -उनसे नजरें बचाकर निकलना संभव नहीं था | प्रस्तुति विशेष पर मेरी बधाई | संगीता दीदी को पुनः बधाई | सादर
जवाब देंहटाएंशुक्रिया यशोदा ,
जवाब देंहटाएंआज के दिन भी मुझे यहाँ उपस्थित रखा ।
प्रिय श्वेता और रेणु आपकी प्रतिक्रिया हर रचना पर ब्लॉग पर पढ़ कर आई हूँ । उसके लिए विशेष आभार ।
थोड़ा व्यस्त हूँ , समय से जवाब नहीं दे पा रही ।।
आप सबके स्नेह के लिए धन्यवाद ।