दिन भर ब्लॉगों पर लिखी पढ़ी जा रही 5 श्रेष्ठ रचनाओं का संगम[5 लिंकों का आनंद] ब्लॉग पर आप का ह्रदयतल से स्वागत एवं अभिनन्दन...
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मंगलवार, 18 मई 2021
3032 ....विकराल है यह मौन और विकराल इसके बोल होंगे,
11 टिप्पणियां:
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सादर धन्यवाद, मेरी कृति को स्थान दिया!!
जवाब देंहटाएंबहुत ही बढ़िया लिंक।
जवाब देंहटाएंसार्थक भूमिका और पठनीय रचनाओं के लिंक्स, आभार यशोदा जी !
जवाब देंहटाएंसुंदर प्रस्तुति ।
जवाब देंहटाएंसम्मिलित कर मान देने हेतु, हार्दिक आभार
जवाब देंहटाएंशानदार अंक और सभी लिंक बहुत अच्छे हैं।
जवाब देंहटाएंमेरी रचना को "पांच लिंकों का आनन्द" में शामिल करने के लिए हार्दिक धन्यवाद एवं आभार यशोदा अग्रवाल जी 🙏
जवाब देंहटाएंवाह! सुंदर प्रस्तुति आदरणीया दीदी जी। सभी चयनित रचनाएँ बेहद उम्दा 👌
जवाब देंहटाएंसभी को हार्दिक बधाई। मेरी पंक्तियों को स्थान देने हेतु आपका हार्दिक आभार आदरणीया दीदी जी। आपको और मंच पर उपस्थित सभी आदरणीयजनों को सादर प्रणाम 🙏
सभी स्वस्थ रहें आनंदित रहें इसी प्रर्थना के साथ शुभ रात्रि 🙏
सारे लिंक एक से बढ़कर एक हैं।
जवाब देंहटाएंरोचक तथा पठनीय अंक,आपको हार्दिक शुभकामनाएं एवम नमन आदरणीय यशोदा दीदी ।
जवाब देंहटाएंबेहद सुंदर संकलन
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