स्थानीय होने के बावजूद बड़े प्यार से बात करती थी। उम्र में छोटी होने की वजह से वो
मुझे दीदी कहा करती थी। मुझे सचमुच में वो अपनी छोटी बहन सी लगती थी।
दिन भर ब्लॉगों पर लिखी पढ़ी जा रही 5 श्रेष्ठ रचनाओं का संगम[5 लिंकों का आनंद] ब्लॉग पर आप का ह्रदयतल से स्वागत एवं अभिनन्दन...
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सुंदर संग्रह ... सारी रचनाएं 👌👌 मेरी रचना को शामिल करने के लिए पम्मी जी एवम पूरी टीम को बहुत बहुत धन्यवाद ...
जवाब देंहटाएंव्वाहहह..
जवाब देंहटाएंसुन्दर अंक..
सादर..
साधुवाद
जवाब देंहटाएंबढ़िया रचनाओं से सजा अँक
आभार आपका
सादर
संजीदा संकलन। आभार।
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी हलचल प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंबहुत उम्दा संग्रह सभी रचना बेमिसाल हैं, मेरी रचना को साझा करने के लिए ह्रदयतल से धन्य वाद!
जवाब देंहटाएंसुन्दर सूत्रों का संकलन बेमिसाल
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