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बुधवार, 20 मार्च 2019

1342..फागुन में बौराने का भी अलग आनंद है..



।।रंग संग वंदन।।



तन्द्रातिमिर वसन, माटी तन,

क्षण भर का उल्लास!

फिर भी धरती के जीवन में

आता है मधुमास!
किलक रही कलिका बन धरती,
सूरज मधुकर वीर!
खेल रहा होली, शर भर-भर
तेजस का तूणीर!
पंडित नरेन्द्र शर्मा 
🌺🔅🌺
फगुनाहट की आहट है..जादा समय न लेते हुए नज़र डालते हैं निम्न लिंकों पर..✍


आदरणीय दिगंबर नासवा जी की..



तेरी हर शै मुझे भाए, तो क्या वो इश्क़ होगा 

मुझे तू देख शरमाए, तो क्या वो इश्क़ होगा  



हवा में गूंजती है जो हमेशा इश्क़ बन कर  

वो सरगम सुन नहीं पाए तो क्या वो इश्क़ होगा 


🌺🔅🌺

ब्लॉग जज़्बात से..


खुद को तलाशने की कोशिश में

स्वयं के एहसासों के अवशेषों से
कई बार टकराया
निःशब्द स्व-श्वासों की आहट से
कई बार चकराया..

🌺🔅🌺

फागुन में बौराने या फगियाने का भी अपना एक अलग ही आनंद है! फागुन यानी वसंत ऋतु का महीना।    फागुन में इंसान बिना विटामिन की गोली निगले भी युवा और तरोताज़ा महसूस करने लगते हैं। नित्य शाम-सवेरे शक्तिवर्द्धक चूर्ण का सेवन किए बिना ही घोड़े जैसी फुर्ती से दौड़ने लगते हैं,

🌺🔅🌺



सही में यार !

बहुत मुश्किल है !

सही क्या ?
ग़लत क्या ?
इस सब की विवेचना ।
कोई कितना करे ?..

🌺🔅🌺





अगन होलिका की है 

बासंती मौसम बौराया

मन मदमस्त हुआ मुस्काया,
फागुन पवन बही है जबसे
अंतर में उल्लास समाया !
रंगों ने फिर दिया निमंत्रण
मुक्त हो रहो तोड़ो बंधन,
🌺🔅🌺

चलते चलते फगुनिया राग के साथ ..आप सभी को 

होली की सभी रंग मुबारक।




हम-क़दम का नया विषय

।।इति शम।।

धन्यवाद

पम्मी सिंह 'तृप्ति'...✍

12 टिप्‍पणियां:

  1. शुभ प्रभात...
    शुभकामनाएँ होली की...
    बेहतरीन प्रस्तुति...
    सादर....

    जवाब देंहटाएं
  2. मनमोहक भुमिका पंडित नरेन्द्र शर्मा जी की सुंदर पंक्तियाँ ।
    शानदार प्रस्तुति,
    लाजवाब संकलन सभी रचनाकारों को बधाई ।

    जवाब देंहटाएं
  3. प्रेम और रंग भरी हलचल ...
    अच्छे संकलन सभी ... आभार मेरी गाज़ल को भी आज जगह देने के लिए ...

    जवाब देंहटाएं
  4. सुन्दर प्रस्तुति । सभी चर्चाकारों और रचनाकारों को होली की हार्दिक शुभकामनाएं ।

    जवाब देंहटाएं
  5. नरेंद्र शर्मा जी की सुंदर कविता की भूमिका के साथ सुंदर सूत्रों की खबर देती हलचल..आभार !

    जवाब देंहटाएं
  6. बेहतरीन प्रस्तुति, सभी को होली की हार्दिक शुभकामनाये

    जवाब देंहटाएं
  7. मनवा कोरी चूनर है
    जीवन है रंगरेज़

    रंग-रंगीली होली के रंग सर चढ़ कर बोलें !
    और छुड़ाये ना छूटें !

    पम्मी जी,शुक्रिया. जो इस महफ़िल में शामिल किया.
    हर रंग के रचनाकारों को बधाई !

    जवाब देंहटाएं
  8. शानदार प्रस्तुतिकरण उम्दा लिंक संकलन..

    जवाब देंहटाएं
  9. सुंदर और सार्थक संकलन। सभी रचनाकारों को बधाई।

    जवाब देंहटाएं

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