दिन भर ब्लॉगों पर लिखी पढ़ी जा रही 5 श्रेष्ठ रचनाओं का संगम[5 लिंकों का आनंद] ब्लॉग पर आप का ह्रदयतल से स्वागत एवं अभिनन्दन...
---
बुधवार, 13 मार्च 2019
1335..अपनो को देने खुशी अपनो संग चली हूं..
14 टिप्पणियां:
आभार। कृपया ब्लाग को फॉलो भी करें
आपकी टिप्पणियाँ एवं प्रतिक्रियाएँ हमारा उत्साह बढाती हैं और हमें बेहतर होने में मदद करती हैं !! आप से निवेदन है आप टिप्पणियों द्वारा दैनिक प्रस्तुति पर अपने विचार अवश्य व्यक्त करें।
टिप्पणीकारों से निवेदन
1. आज के प्रस्तुत अंक में पांचों रचनाएं आप को कैसी लगी? संबंधित ब्लॉगों पर टिप्पणी देकर भी रचनाकारों का मनोबल बढ़ाएं।
2. टिप्पणियां केवल प्रस्तुति पर या लिंक की गयी रचनाओं पर ही दें। सभ्य भाषा का प्रयोग करें . किसी की भावनाओं को आहत करने वाली भाषा का प्रयोग न करें।
३. प्रस्तुति पर अपनी वास्तविक राय प्रकट करें .
4. लिंक की गयी रचनाओं के विचार, रचनाकार के व्यक्तिगत विचार है, ये आवश्यक नहीं कि चर्चाकार, प्रबंधक या संचालक भी इस से सहमत हो।
प्रस्तुति पर आपकी अनुमोल समीक्षा व अमूल्य टिप्पणियों के लिए आपका हार्दिक आभार।
शुभ प्रभात..
जवाब देंहटाएं"मैंने देखा
एक बूँद सहसा
उछली सागर के झाग से
रँगी गई क्षण भर
ढलते सूरज की आग से।
उम्दा रचनाएँ..
सादर..
सुंदर भूमिका, सुंदर संकलन।
जवाब देंहटाएंलाजबाब प्रस्तुतीकरण
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर हलचल का संकलन 👌
जवाब देंहटाएंमुझे स्थान देने के लिए सहृदय आभार आदरणीया
सादर
बहुत खूबसूरत संकलन , सभी रचनाएँ एक से बढकर एक....।
जवाब देंहटाएंवाह बहुत सुन्दर पम्मी जी भावभीनी भुमिका के साथ सुंदर प्रस्तुति ।
जवाब देंहटाएंउत्कृष्ट रचनाकारों के बीच स्वयं को देख आनंद हुआ ।
सस्नेह आभार आपका।
सभी रचनाकारों को बधाई ।
इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर संकलन। जबरदस्त भूमिका। उत्कृष्ट रचनाकारों के साथ मुझे भी स्थान मिला। बहुत अच्छा लगा। सभी रचनाकारों को बधाई। सादर।
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी हलचल प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर हलचल प्रस्तुति ,सादर नमस्कार पम्मी जे
जवाब देंहटाएंसुंदर संकलन से सजी प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंकविवर अज्ञेय जी की सारगर्भित एवं भावपूर्ण काव्य पंक्तियों से प्रस्तुति का आग़ाज़।
सभी चयनित रचनाकारों को बधाई एवं शुभकामनाएँ।
सुन्दर प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंअनीता जी का चिट्ठा गूँगी गुड़िया नहीं मिल रहा है।
Blog has been removed
Sorry, the blog at poetryanita.blogspot.com has been removed. This address is not available for new blogs.
अब ठीक है भैय्या जी..
हटाएंसादर नमन
बेहतरीन प्रस्तुति
जवाब देंहटाएं