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बुधवार, 24 अक्तूबर 2018

1195..पल पल पलकों में भाव गूँथ गुंफ अलकों में..


।।शुभ भोर वंदन।।
अमावस्या के घोर तमस से उत्तरोत्तर विकसित 
होते हुए पूर्णिमा के पूर्ण प्रकाश तक की यात्रा ही 
मानव जीवन का मूल्य लक्ष्य होना चाहिए..
(समाचारपत्र से..)
चंद्रमा की ,सोलह कलाओं  की सुंदरता देखने 
लायक होती है..पर ये भी सही है..

चांँद का हुस्न भी जमीन से है
चाँद पर चाँदनी नहीं होती
इब्न-ए-सफी
🎆
इस गूढ़ सत्य के साथ नजर डाले आज की लिंकों पर,रचनाकारों के नाम क्रमानुसार पढ़ें..
आदरणीया अनुराधा चौहान जी
आदरणीय विश्वमोहन जी
आदरणीय सुशील कुमार जोशी जी
आदरणीया श्रीमति अजीत गुप्ता जी एवम्
आदरणीय राजीव सिंह जी..✍
🎆


प्रीत के सुनहरे धागों में

पिरोए भावों के सुंदर मोती

एहसासों के रंग से रंग कर

माला गुंथी मैंने अलबेली

मन के भाव इसके मोती

🎆


खयालों में अहसासों में

पलकर पल पल पलकों में

भाव गूँथ गुंफ अलकों में

सपनों में श्वेत शुभ्र कुंद

मंद-मंद मन मुकुल मुंद
🎆

बकवास करना भी कभी एक नशा हो जाता है
अपने लिखे को खुद ही पढ़ कर अन्दाज 
कहाँ आता है


कहावतें भी 

समय 

के साथ 

बह जाती हैं 

चिंता 
चिता के 
समान 
होती होंगी 
कभी 
🎆
अभी शनिवार को माउण्ट आबू जाना हुआ, जैसे ही पहाड़ पर चढ़ने लगे, वन विभाग के बोर्ड दिखायी देने लगे। "वन्य प्राणियों को खाद्य सामग्री डालने पर तीन साल की सजा", जंगल के जीव की आदत नहीं बिगड़नी चाहिये, यदि आदत बिगड़ गयी तो ये सभी के लिये हानिकारक सिद्ध होंगे। आश्चर्य तब होता है जब देखते हैं कि भूखे को रोटी खिलाना पुण्य कार्य है – का बोर्ड लगा होता है..

🎆

रिश्तों को समेटना दस्तूर था

तुम्हारी भेदती नज़रों का

थोड़ा लिहाज़ तो ज़रूर था

गुम हुआ नहीं अभी मौजूद हूँ

अपनी आवाज़ के पीछे ख़ुद हूँ
🎆

हमक़दम के विषय के लिए
यहाँँ देखिए


।।इति शम।।
धन्यवाद
पम्मी सिंह 'तृप्ति'..✍






13 टिप्‍पणियां:

  1. शुभ प्रभात..
    बेहतरीन रचनाएँ...
    सादर..

    जवाब देंहटाएं
  2. बेहतरीन संकलन। ह्रदय से आभार मेरी रचना को स्थान देने के लिए

    जवाब देंहटाएं
  3. सुन्दर हलचल। बाल्मीकि जयन्ती की शुभकामनाएं। आभार पम्मी जी 'उलूक' की बकवास को भी जगह देने के लिये।

    जवाब देंहटाएं
  4. आप लोग कितनी मेहनत करते हैं? आभार आपका।

    जवाब देंहटाएं
  5. बहुत ही सुन्दर संकलन सभी चयनित रचनाकारों को बधाई व शरद पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाएं

    जवाब देंहटाएं
  6. सुंदर प्रस्तुति सभी रचनाकारों को बहुत बहुत आभार
    मेरी रचना को स्थान देने के लिए बहुत बहुत आभार पम्मी जी

    जवाब देंहटाएं
  7. आदरणीय पम्मी जी,
    सुंदर रचनाओं से सुसज्जित आज का अंक बहुत अच्छा लगा। अभी रचना पढ़े भर हैं प्रतिक्रिया नहीं लिख पाये हैं।
    सभी रचनाएँ बेहद सराहनीय हैं।
    एक सुंदर अंक की बधाई।
    सभी रचनाकारों को हार्दिक शुभकामनाएं।

    जवाब देंहटाएं
  8. प्रभावी प्रस्तावना के साथ सुन्दर रचनाओं से सजी प्रस्तुति। सभी चयनित रचनाकारों को बधाई एवं शुभकामनाएं।

    जवाब देंहटाएं
  9. सुन्दर उम्दा रचनाएं शानदार प्रस्तुति...

    जवाब देंहटाएं
  10. सुंदर संकलन की सुंदर भुमिका, प्रभावी लिंकों के साथ भाव पूर्ण प्रस्तुति, सभी रचनाकारों को बधाई

    जवाब देंहटाएं

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