कल हमारी बहुत सी मित्र दोस्त
सहेलियों ने बड़ी ही मार्के की बात कही , वैसे ऐसा तो वे अक्सर करती हैं , कि सालों साल और लगभग पूरी उम्र हमारी माँ , बहिन और पत्नी की भांति वे सब , घरेलू काम , जिसमें सबसे प्रमुख घर के सभी सदस्यों के पौष्टिक और
सुस्वाद भोजन तैयार कर सबको खिलाना , सबसे अहम् , को चुपचाप , बिना किसी पारिश्रमिक
पिछले कई सालों से, जी हाँ भाइयों और बहनों ! नंबर एक पायदान पर
विराजमान जो गाना है, वो है ----''तेरी दो टकिया की नौकरी में मेरा लाखों का सावन जाए
---'' गाना समर्पित है पति और पत्नी को | प्रस्तुत पंक्तियों में पत्नी
अपने पति को सम्बोधित
करती हुई कहती है कि
हे प्रियतम !तुम्हारी नौकरी नौकरी चाहे लाखों की हो लेकिन
मेरे
लिए वहदोटके की भी नहीं है, अगर उस नौकरी से मैं सावन
के महीने के दौरान लगने
वालीसेल में
बम्पर शॉपिंग न कर सकूं | जिस तरफ भी
आदरणीय पम्मी जी शुभ प्रभात बेहतरीन व मनमोहक प्रस्तुति मन को बाँधते हुए आपके भाव बहुत -बहुत बधाई। सभी रचनाकारों व पाठकों को शुभकामनायें आपके विचार अपेक्षित हैं आभार , "एकलव्य"
वाह पम्मी जी बेहतरीन प्रस्तुति। हास्य व्यंग से लेकर गंभीर रचनाओं का समागम। "पाँच लिंकों का आनंद" की आज (ग्रेगोरियन कलेण्डर के अनुसार ) दूसरी वर्षगाँठ भी है। आभार सादर। बधाई।
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शुभ प्रभात पम्मी बहन
जवाब देंहटाएंअच्छी वजनदार रचनाएं
सादर
आदरणीय पम्मी जी शुभ प्रभात
जवाब देंहटाएंबेहतरीन व मनमोहक प्रस्तुति
मन को बाँधते हुए आपके भाव
बहुत -बहुत बधाई।
सभी रचनाकारों व पाठकों को शुभकामनायें
आपके विचार अपेक्षित हैं
आभार ,
"एकलव्य"
वाह्ह...पम्मी जी, बहुत सुंदर विचारों के साथ शुरू की गयी बातों की कड़ी से जुड़े पठनीय लिंक,प्रभावी समायोजन।
जवाब देंहटाएंसभी रचनाकारों को हार्दिक शुभकामनाएँ।
संवेदनशील प्रस्तुति।।।।।बधाई
जवाब देंहटाएंअनोखा अंदाज, सुंदर सूत्रों से सजी हलचल..
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत आभार
जवाब देंहटाएंबेहतरीन प्रस्तुति
सुंदर संकलन!बधाई!!!
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी हलचल प्रस्तुति ..
जवाब देंहटाएंबहुत ही उम्दा संकलन...
जवाब देंहटाएंसुना प्रस्ततिकरण...
मेरी रचना को शामिल करने के लिए आभार।
जवाब देंहटाएंवाह पम्मी जी बेहतरीन प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंहास्य व्यंग से लेकर गंभीर रचनाओं का समागम।
"पाँच लिंकों का आनंद" की आज (ग्रेगोरियन कलेण्डर के अनुसार ) दूसरी वर्षगाँठ भी है।
आभार सादर।
बधाई।
बेहतरीन प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंसुन्दर लिंकों से सजी हलचल ....
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रस्तुती ........
वाह ! लाजवाब लिंक संयोजन ! बहुत सुंदर आदरणीया ।
जवाब देंहटाएंपाँच लिंकों की दूसरी वर्षगाँठ पर मेरी हार्दिक शुभकामनाएँ। एकदम अलग अलग प्रकार की लाजवाब रचनाएँ पढ़ने को मिलीं आज भी... शुक्रिया पम्मीजी ।
जवाब देंहटाएंबेहतरीन रचनाओं का संयोजन ,शुभकामनाएं ।
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