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सोमवार, 24 अप्रैल 2017

647...सब का साथ...सब का आनंद...


जय मां हाटेशवरी...

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...सब का साथ...सब का आनंद...

होमियोपैथिक फर्स्ट एड बॉक्स (Homeopathic Emergency Kit)-
18.रेस्क्यू रेमेडी- चक्कर, मूच्छा, बेहोशी, घबराहट, बिजली का शाक।
19.ग्रेफाइटिस 30- बच्चा तुतलाकर बोलता हो, अंधेरे से डरता हो, चर्म विकार, एग्जिमा।
20.क्रोल्चिकम 30- मांसपेशियों व जोड़ों में दर्द, लाली, सूजन, पेट खराब, ठंड से कष्ट बढ़े।
21.सेनेगा- सांस फूलना, छाती में कफ का बोझ, सांस लेने में तकलीफ, प्रौढ़ावस्था में।

कबाड़ उठाती लड़कियाँ...........मनोज चौहान-
वे कबाड़ उठातीं लडकियां
चिढ़ाती हैं
आज भी
इकीसवीं सदी के विकास को
और साथ ही
प्रति व्यक्ति आय में हुए
इजाफा दर्शाने वाले
अर्थशास्त्रियों के आंकड़ों को
और संविधान के उन
अनुच्छेदों को भी
जिनमें दर्ज हैं
उनको न मिल सके
कई मौलिक अधिकार

डॉक्टर से नफ़रत है मुझे-
आज रितिका को डाक्टर पेशे से शख्त नफ़रत है, वज्ह आप जान ही चुके होगे ! क्युकि पुरा परिवार डाक्टरी मे... दादा, पापा, चाचा और सब एक जेसे घटिया ! डाक्टर सबसे जायदा पढा लिखा इंसान होता है, पेसे वाला और जिनमे सबसे जायदा ठसक भरी होती है ! रितिका हमेशा कहती है कि डाक्टर दूसरों के लिये मिशाल बन सकते हैं लेकिन अपने परिवार के लिये शायद कभी नहीं ! डाक्टर मे तमीज़ नहीं होती बोलने की, घमंड होता है, शोषण करते हैं महिलाओ का ! परिवार नही दिखता सिर्फ पेसे दिखते हैं, सिर्फ पेसे !

बेटी की...... मां ?
एक तरफ केंद्र सरकार देश में बेटी बचाओ अभियान चला रही है, तो दूसरी तरफ एक मां के लिए बेटी पैदा करना अभिशाप बन गया। इसके लिए वह पिछले चार साल से पति की प्रताड़ना सह रही है।
हद तब हो गई जब पति ने महिला को पीट-पीट कर अधमरा कर दिया। यही नहीं, महिला को पति ने छत पर धूप में निर्वस्त्र घूमाया। इससे महिला बेहोश हो गई। होश में आने पर किसी तरह से उसने अपनी बहन को फोन किया और आपबीती बताई।
इसके बाद महिला की बहन लक्ष्मी ने पुलिस को सूचना दी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। यहां तक कि महिला सेल में भी शिकायत दर्ज नहीं की गई। सुनवाई नहीं होने पर महिला की बहन ने एसएसपी से शिकायत की। इसके बाद बाड़ी ब्राह्मणा पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया।

तुम तो हार तभी गये थे...!!!
मैं तो सिर्फ इक रिश्ते को,
निभाने की हर भरकस कोशिश कर रही थी,
पर अफ़सोस तुमने,
इसे भी मेरी जरुरत समझ लिया....
पर सच तो ये है...
तुम तो हार तभी गये थे,
जब तुम्हारी वजह से,
मेरी आँखों में आंसू थे....!!!

अधूरे सच का परगद...
इधर माँ है कि गाँव में कहती रहती है सबसे अक्सर...गोली खाकर भी सही-सलामत आ गया बेटा कश्मीर से...दूसरा जनम हुआ है | सत्यनारायण का पाठ करवाती है, बगैर जाने-समझे कि पाठ में बैठा हुआ बेटा तो भगवान जी को कोस रहा है, ताने दे रहा कि इतने बड़े बचाने वाले हो तो क्यों नहीं बचाते उन सारे ‘हनुमंथप्पाओं’ को | माँ पंडित जी से फुसफुसा कर कहती है...”दूसरा जनम हुआ है इसका...अबके नहीं जाने दूंगी इसको वापस कश्मीर” | मेरे कानों तक पहुँचती ये फुसफुसाहट गोली के उस ज़ख्म में जाने कैसी
तो सिहरन पैदा कर देती है | कौन था वो शायर जो कह गया :-

“अधूरे सच का बरगद हूँ, किसी को ज्ञान क्या दूँगा
मगर मुद्दत से इक ‘गौतम’ मेरे साये में बैठा है”

प्राकृतिक उपायों की मदद से करें किडनी रोग का इलाज
कुछ खास तरह के विटामिन के सेवन से किडनी को स्वस्थ व मजबूत बनाया जा सकता है।

यूं तो विटामिन पूरे शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं लेकिन कुछ खास तरह के विटामिन का सेवन किडनी को स्वस्थ रखने के लिए किया जाता है।

विटामिन डी के सेवन से किडनी के रोगों के लक्षणों को कम किया जा सकता है।

अगर आप हर रोज विटामिन बी6 का सेवन करें तो किडनी स्टोन की समस्या से बच सकते हैं या आप इस समस्या से ग्रस्त हैं तो बिना किसी डर इस विटामिन का सेवन कर सकते
हैं। कुछ ही दिनों स्टोन की समस्या अपने आप खत्म हो जाएगी।


धन्यवाद.
























5 टिप्‍पणियां:

  1. शुभ प्रभात ..
    काफी दिनों के बाद
    भाई कुलदीप जी की पसंदीदा रचनाएँ पढ़ने को मिली
    सादर

    जवाब देंहटाएं
  2. जरूरी है नये लेखकों और उनकी रचनाओं को सामने लाना। सुन्दर प्रयास कुलदीप जी।

    जवाब देंहटाएं
  3. नयी रचनाएँ पढ़ने को मिली,सुंदर लिंको का चयन👌

    जवाब देंहटाएं

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