दिन भर ब्लॉगों पर लिखी पढ़ी जा रही 5 श्रेष्ठ रचनाओं का संगम[5 लिंकों का आनंद] ब्लॉग पर आप का ह्रदयतल से स्वागत एवं अभिनन्दन...
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सोमवार, 21 नवंबर 2016
493.........क्या किया जाये जब देर से समझ में आये
5 टिप्पणियां:
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500वीं हलचल की ओर बढ़ती हलचल। बढ़िया सोमवारीय अंक प्रस्तुति। आभारी है 'उलूक' भी सूत्र 'सच' को स्थान देने के लिये ।
जवाब देंहटाएंसभी रचनाएँ एक से बढ़कर एक । मेरी रचना को स्थान देने के लिए बहुत -बहुत धन्यवाद यशोदा जी ।
जवाब देंहटाएंपोस्ट शामिल करने के लिए हार्दिक धन्यवाद।
जवाब देंहटाएंशुभ संध्या...
जवाब देंहटाएंसुंदर संकलन....
आभार।
वाकई सभी लिंक जबरदस्त हैं। बधाई।
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