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रविवार, 30 अक्टूबर 2016

471...अपनी समझ से जो जैसा समझ ले जाये पर दीपावली जरूर मनाये


दीपावली व लक्ष्मी पूजन की शुभ कामनाएँ
आज के सरदार विरम सिंह जी दिखे नहीं
बैठे होंगे कहीँ....
आनन्द लीजिए पटाखों का आप भी....






















अंगरेजी में अनुवाद कर समझ में आ जायें 

आज्ञा दें यशोदा को
फिर मुलाकात होगी

......
जबरदस्त भागा-भागी है
जल्दी घर पहुँचना है

मात्र एक मिनट चार सेकेण्ड में



4 टिप्‍पणियां:

  1. दीपावली की हार्दिक बधाई
    बहुत ही अच्छी प्रस्तुति
    सादर

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  2. ढ़ेरों आशीष व अशेष शुभकामनाओं संग बहुत बहुत धन्यवाद छोटी बहना

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  3. सभी पाठकों, दोस्तों, बंधु बांधवों को दीपोत्सव की हार्दिक बधाई एवं मंगलकामनाएं ! आज के सभी लिंक्स बेहद दिलचस्प ! मेरी रचना को सम्मिलित करने के लिए आपका हृदय से आभार एवं धन्यवाद यशोदा जी ! दीवाली मुबारक !

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  4. दीपवली की सभी को शुभकामनाएं । सुन्दर दीपावली अंक यशोदा जी। आभारी है 'उलूक' सूत्र 'अपनी समझ से जो जैसा समझ ले जाये पर दीपावली जरूर मनाये' और 'फितूर ‘उलूक’ के' को जगह देने के लिये ।

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