मे भी चला जाएगा
दिन भर ब्लॉगों पर लिखी पढ़ी जा रही 5 श्रेष्ठ रचनाओं का संगम[5 लिंकों का आनंद] ब्लॉग पर आप का ह्रदयतल से स्वागत एवं अभिनन्दन...
---
बुधवार, 4 मई 2016
292....बन्ध जाते ख्वाहिशों के रेशमी सूत में.
मे भी चला जाएगा
7 टिप्पणियां:
आभार। कृपया ब्लाग को फॉलो भी करें
आपकी टिप्पणियाँ एवं प्रतिक्रियाएँ हमारा उत्साह बढाती हैं और हमें बेहतर होने में मदद करती हैं !! आप से निवेदन है आप टिप्पणियों द्वारा दैनिक प्रस्तुति पर अपने विचार अवश्य व्यक्त करें।
टिप्पणीकारों से निवेदन
1. आज के प्रस्तुत अंक में पांचों रचनाएं आप को कैसी लगी? संबंधित ब्लॉगों पर टिप्पणी देकर भी रचनाकारों का मनोबल बढ़ाएं।
2. टिप्पणियां केवल प्रस्तुति पर या लिंक की गयी रचनाओं पर ही दें। सभ्य भाषा का प्रयोग करें . किसी की भावनाओं को आहत करने वाली भाषा का प्रयोग न करें।
३. प्रस्तुति पर अपनी वास्तविक राय प्रकट करें .
4. लिंक की गयी रचनाओं के विचार, रचनाकार के व्यक्तिगत विचार है, ये आवश्यक नहीं कि चर्चाकार, प्रबंधक या संचालक भी इस से सहमत हो।
प्रस्तुति पर आपकी अनुमोल समीक्षा व अमूल्य टिप्पणियों के लिए आपका हार्दिक आभार।
सुन्दर चयनित मोती ।
जवाब देंहटाएंBahut badhiya link..
जवाब देंहटाएंएक से बढ़कर एक सुन्दर लिंक! साभार!
जवाब देंहटाएंभारतीय साहित्य एवं संस्कृति
बहुत सुन्दर सूत्र एवं स्तरीय रचनाएं ! आज के चयनित सूत्रों में मेरी रचना 'पिघलती शाम' को सम्मिलित करने के लिये आपका बहुत-बहुत आभार दिग्विजय जी ! धन्यवाद !
जवाब देंहटाएंबढ़िया हलचल प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंआभार!
बढ़िया हलचल प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंवाह!
जवाब देंहटाएं