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शनिवार, 5 सितंबर 2015

शिक्षक दिवस की और जन्माष्टमी की भी बहुत बहुत बधाई



दो दो महत्वपूर्ण तिथि एक दिन
शिक्षक दिवस तो पूरा दिन गुरु आराधना कर लेते हैं
कृष्ण ज्ञान के भण्डार हैं
रात्री जन्म है तो रात उनके लिए रखते हैं
भादो की अँधेरी रात संग सितारों की चनेरी
अशेष शुभकामनायें




जग जाहिर हैं
जो ज़मीर ही गुरु हो तो
 जागरूक होने में
कोई बाधा का सामना हो
जरूरी नहीं

कविता जी की लेखनी

कान्हा-छवि को बाँधती राखी
साधती मन को नारी
गुहार लगाती संघ से रक्षा करो
चीर का मूल्य कोई नहीं जान रहा आज

अशोक जी की लेखनी

शिक्षक महान तब बनते हैं जब सच्चा
शिक्षा + अर्थी मिले
माता की गोद से सीखी बात
समाज उत्थान में सहायक हो

अनुराग जी की लेखनी

राम का किया वादा
श्याम ने पूरा किया रच रास लीला
लीला को सब लेते अपने अपने सुविधानुसार
मोहे बाल लीला सोहे

सुनीता जी की लेखनी




फिर मिलेंगे
तब तक के लिए
आखरी सलाम


विभा रानी श्रीवास्तव





4 टिप्‍पणियां:

  1. शुभ प्रभात
    शिक्षक दिवस
    श्री कृष्ण जन्माष्टमी
    की संयुक्त शुभकामनाएँ
    मैं भी इसी बेहतर
    और..
    अविस्मरणीय
    प्रस्तुति की
    प्रतीक्षा कर रही थी
    सादर...

    जवाब देंहटाएं
  2. शिक्षक और कन्हैया दोनो के दिवस पर बधाई । सुंदर प्रस्तुति ।

    जवाब देंहटाएं
  3. बहुत सुन्दर बुलेटिन प्रस्तुति हेतु आभार!
    सभी को जन्माष्टमी-सह-शिक्षक दिवस की हार्दिक मंगलकामनाएं!

    जवाब देंहटाएं

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