---

रविवार, 24 अगस्त 2025

4490 ..इसके लिए तुम्हें दुनिया जीतने की क्या जरूरत है

 सादर अभिवादन

6 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत सुंदर अंक, सभी की रचनाएं बेहतरीन

    जवाब देंहटाएं
  2. बेहतरीन अंक ! शामिल करने के लिए धन्यवाद !!

    जवाब देंहटाएं
  3. सुप्रभात! सुंदर भूमिका और सराहनीय रचनाओं से सजा अंक, 'मन पाये विश्राम जहाँ' को स्थान देने हेतु बहुत बहुत आभार यशोदा जी!

    जवाब देंहटाएं
  4. बहुत प्यारी रचनाओं का तोहफ़ा यशोदा सखी .. दुनिया के इस छोर से उस छोर तक वाजिब ..

    जवाब देंहटाएं
  5. गणेशोत्सव की आहट को सुनने के लिए हार्दिक आभार।

    जवाब देंहटाएं

आभार। कृपया ब्लाग को फॉलो भी करें

आपकी टिप्पणियाँ एवं प्रतिक्रियाएँ हमारा उत्साह बढाती हैं और हमें बेहतर होने में मदद करती हैं !! आप से निवेदन है आप टिप्पणियों द्वारा दैनिक प्रस्तुति पर अपने विचार अवश्य व्यक्त करें।

टिप्पणीकारों से निवेदन

1. आज के प्रस्तुत अंक में पांचों रचनाएं आप को कैसी लगी? संबंधित ब्लॉगों पर टिप्पणी देकर भी रचनाकारों का मनोबल बढ़ाएं।
2. टिप्पणियां केवल प्रस्तुति पर या लिंक की गयी रचनाओं पर ही दें। सभ्य भाषा का प्रयोग करें . किसी की भावनाओं को आहत करने वाली भाषा का प्रयोग न करें।
३. प्रस्तुति पर अपनी वास्तविक राय प्रकट करें .
4. लिंक की गयी रचनाओं के विचार, रचनाकार के व्यक्तिगत विचार है, ये आवश्यक नहीं कि चर्चाकार, प्रबंधक या संचालक भी इस से सहमत हो।
प्रस्तुति पर आपकी अनुमोल समीक्षा व अमूल्य टिप्पणियों के लिए आपका हार्दिक आभार।