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रविवार, 6 अप्रैल 2025

4450 ...चैत्रे नवम्यां प्राक् पक्षे दिवा पुण्ये पुनर्वसौ

 सादर अभिवादन


रामनवमी का त्यौहार चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी को मनाया जाता है 
जो अप्रैल-मई में आता है। हिंदू धर्मशास्त्रों के अनुसार 
इस दिन मर्यादा-पुरूषोत्तम भगवान श्री राम जी का जन्म हुआ था।



चैत्रे नवम्यां प्राक् पक्षे दिवा पुण्ये पुनर्वसौ ।
उदये गुरुगौरांश्चोः स्वोच्चस्थे ग्रहपञ्चके ॥
मेषं पूषणि सम्प्राप्ते लग्ने कर्कटकाह्वये ।
आविरसीत्सकलया कौसल्यायां परः पुमान् ॥

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उसने खुशी खुशी यह बात अपने पिताजी को बताई। वे प्रसन्न हुए और कहा जिस दिन तुम्हें लगे कि तुम एकबार भी क्रोधित नहीं हुए, ठोकीं हुई कील मे से एक कील निकाल लेना।






खुली नहीं खिड़की
दरवाजे बन्द है
जीवन में बाधाएं
किसको पसन्द है
कालिख पुते चेहरे
हुए अब गहरे है
गद्य हुए मुखरित
छंदों पर प्रतिबंध है






देश छुपे गद्दार को, अब लो सब पहचान।
जो हुआ नहीं देश का, क्या तेरा है जान।।

भारत माता कह रही,  कर लो अब संकल्प।
राष्ट्र बचा लो साथ मिल,  वक्त बचा है अल्प।।





है प्रीत जहाँ की रीत सदा,
मैं गीत वहाँ के गाता हूँ।
भारत का रहने वाला हूँ,
भारत की बात सुनाता हूँ।






सफेद जो गंदा होता है
जल्द , आसानी से
पहने हुए लोग
गले मिलते दिखाई दिए
किसी की छाती पर
गंदगी नहीं दिखी



फिर मिलते हैं
वंदन

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