11 जनवरी
स्मृति दिवस
एक यादगार दिन
भारत रत्न लाल बहादुर शास्त्री
भारत के दूसरे प्रधानमंत्री थे। वह 9 जून 1964 से 11 जनवरी 66 को अपनी मृत्यु तक लगभग अठारह महीने भारत के प्रधानमंत्री रहे। इस प्रमुख पद पर उनका कार्यकाल अद्वितीय रहा। शास्त्री जी ने
काशी विद्यापीठ से शास्त्री की उपाधि प्राप्त की।
भारत की स्वतन्त्रता के पश्चात शास्त्रीजी को उत्तर प्रदेश के संसदीय सचिव के रूप में
नियुक्त किया गया था। गोविंद बल्लभ पंत के मंत्रिमंडल में उन्हें
पुलिस एवं परिवहन मंत्रालय सौंपा गया। परिवहन मंत्री के कार्यकाल में उन्होंने
प्रथम बार महिला संवाहकों (कण्डक्टर्स) की नियुक्ति की थी। पुलिस मंत्री होने के
बाद उन्होंने भीड़ को नियंत्रण में रखने के लिये लाठी की जगह
पानी की बौछार का प्रयोग प्रारम्भ कराया
इनका निधन रहस्यमय तरीके से ताशकंद मे हुआ
शत शत नम
अब देखिए रचनाएँ
चीख
चीख 1893 में नॉर्वेजियन कलाकार एडवर्ड मंच द्वारा बनाई गई एक रचना है।इस कृति का नॉर्वेजियन नाम स्क्रिक (चीख) है, और जर्मन शीर्षक जिसके तहत इसे पहली बार प्रदर्शित किया गया था वह डेर श्रेई डेर नेचर (प्रकृति की चीख) है। पेंटिंग में पीड़ा से भरा चेहरा कला में सबसे प्रतिष्ठित छवियों में से एक बन गया है,
नार्वेजियन आर्टिस्ट ‘एडवर्ड मंख’ Adward Munch एक शापित कलाकार…जिसने मृत्यु की दहशत में जीवन गुजारा और उसको अपने रंगों व रेखाओं में ताउम्र ढाल कर उन भावनाओं को ही अमर कर गया। एक कलाकार के ही अख्तियार में होता है किसी याद, भावना, अहसास, व्यक्ति या घटना को चित्र में ढाल कर अमर कर देना…
असीम है जैसे मेरा प्रेम
तुम्हारे लिए
वैसे ही तुम्हारा नहीं होगा
यह मानने का कोई कारण तो नहीं
वर्षों का साथ है पर अब भी
कोई नयी बात पता चल जाती है
ज़िंदगी रोज़-रोज़ कोई रहस्य
खोलती जाती है
दिवाकर की रश्मियां और तारामंडल की प्रभा
धरा के श्रृंगार में समृद्ध मंजरी सहज चारूता
प्रेम जगत की रीत है, प्रेम मधुर संगीत है
सात सुरों के राग पर प्रेम गाता गीत है
राजनीति के अम्बर पर,
दिदीप्त मान सूर्य लिए!
सत्ता के प्रलोभन से मुक्त,
देश के युवा,कर्णधार हो !!
नेताओं की नीति में ,
वसूलो का नव संदेश लिए !
आओ, नव वर्ष तुम्हारा स्वागत है!!
उठाकर आँख जरा देखो यहीं पाओगे
वरना यूँही यह दिल तकता रह जाएगा
प्रीत का बीज सोया उसे जगाना है
खिल उठेगा खुशबुओं से भर जाएगा
आभार
आज बस
वंदन
बहुत सुंदर अंक
जवाब देंहटाएंआभार
सादर
सुन्दर अंक मेरी रचना को पांच लिकों के आनन्द में सम्मिलित करने के लिए
जवाब देंहटाएंसुप्रभात ! भारत के वीर सपूत श्री लाल बहादुर शास्त्री जी को विनम्र श्रद्धांजलि, आज के अंक में दो रचनाओं को शामिल करने हेतु आभार !
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